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मंडी में बादल फटने से भारी तबाही, 3 की मौत और एक लापता

मंडी में हाल ही में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 3 लोगों की जान चली गई और एक व्यक्ति लापता है। जिले में आई बाढ़ ने कई वाहनों को मलबे में दबा दिया है और सड़कों की स्थिति भी गंभीर है। लगातार बारिश के कारण भूस्खलन ने यातायात को बाधित कर दिया है, जिससे राहत कार्यों में भी कठिनाई आ रही है। जानें इस घटना के बारे में विस्तार से।
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मंडी में बादल फटने से भारी तबाही, 3 की मौत और एक लापता

मंडी में बादल फटने की घटना

मंडी में बादल फटने की घटना: मंडी में एक बार फिर बादल फटने से भयंकर तबाही की सूचना आई है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण कई वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 3 लोगों की जान चली गई है। इसके अलावा, एक व्यक्ति के लापता होने की भी खबर है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अचानक आई बाढ़ ने स्थिति को गंभीर बना दिया है, जिसमें 50 से अधिक वाहन मलबे में दब गए हैं। कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और सड़कों की हालत बेहद खराब है। टारना रोड पर भी दरारें देखी गई हैं।


कोटली में बारिश ने लोगों में डर पैदा कर दिया है। सुक्साल और समराहन के बीच जोहड़ पुल के पास भारी मलबा आ गया है, जिससे पैदल चलने का रास्ता भी नहीं बचा है। गाड़ियों के लिए सड़क बंद है और नेशनल हाईवे भी अवरुद्ध हो गया है। पधर और नारला के पास शमला में किसानों द्वारा सचिवालय का घेराव करने वाले कुछ नेता वहां फंसे हुए हैं, जबकि कुछ वापस लौट चुके हैं। सड़क को खोलने का कार्य जारी है।


मंडी जिले में पिछले 12 घंटों से लगातार मूसलधार बारिश हो रही है, जिसके कारण चंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी एनएच पर भूस्खलन हुआ है, जिससे ये मार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं। चंडीगढ़-मनाली मार्ग के 4 मील, 9 मील, दवाड़ा और झलोगी में भूस्खलन हुआ है, जबकि पठानकोट-मंडी मार्ग पर पधर से मंडी तक कई स्थानों पर मलबा गिरा है। इससे न केवल यातायात प्रभावित हुआ है, बल्कि राहत और बचाव कार्यों में भी बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। मंडी के जेल रोड, सैन मोहल्ला और तुंगल मोहल्ला जैसे क्षेत्रों में अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।