मणिपुर में फिर भड़की हिंसा: कांग्रेस ने पीएम मोदी पर उठाए गंभीर सवाल

मणिपुर में हालात बिगड़ने पर कांग्रेस का हमला
मणिपुर में हिंसा: मणिपुर में हालात एक बार फिर बिगड़ने के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। पार्टी ने पीएम को 'फ्रीक्वेंट फ्लायर' करार देते हुए आरोप लगाया कि वह मणिपुर की जनता के दर्द और पीड़ा के प्रति पूरी तरह असंवेदनशील हैं। शनिवार रात को राज्य के कई जिलों में भड़की हिंसा के बाद कांग्रेस ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री कब मणिपुर की स्थिति का जायजा लेंगे?
जयराम रमेश का बयान
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और प्रधानमंत्री न तो राज्य का दौरा कर रहे हैं और न ही वहां के नेताओं से संवाद कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर उपेक्षा और संवेदनहीनता का आरोप लगाया।
हिंसा की चपेट में मणिपुर
शनिवार रात मणिपुर के इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, थोउबाल, कछिंग और बिष्णुपुर जिलों में फिर से हिंसा भड़क उठी। लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया और सुरक्षाबलों के साथ झड़पें हुईं, जिसके चलते बिष्णुपुर में कर्फ्यू और अन्य जिलों में धारा 144 लागू करनी पड़ी। अफवाहों को रोकने के लिए इन क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
जयराम रमेश का पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "उनके समर्थक कभी दावा करते थे कि उन्होंने यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध रुकवा दिया था। लेकिन अब सवाल यह है कि पीएम मणिपुर जाने का समय कब दिखाएंगे?" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने कई देशों की यात्रा की है, लेकिन मणिपुर के किसी राजनीतिक या सामाजिक संगठन से मुलाकात नहीं की।
राष्ट्रपति शासन के बावजूद स्थिति जस की तस
फरवरी 2025 में मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया, लेकिन कांग्रेस का कहना है कि इससे स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। रमेश ने बताया कि राज्यपाल को भी इंफाल एयरपोर्ट से अपने आवास तक हेलीकॉप्टर से जाना पड़ा, क्योंकि सड़क मार्ग सुरक्षित नहीं था।
मणिपुर हिंसा की पृष्ठभूमि
मणिपुर में मई 2023 से मेइती और कुकी-जोमी समुदायों के बीच जातीय हिंसा जारी है। यह हिंसा एक ट्राइबल सॉलिडेरिटी मार्च के बाद शुरू हुई थी, जिसमें कुकी समुदाय ने हाईकोर्ट के एक आदेश का विरोध किया था। अब तक 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।