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मध्य प्रदेश के रीवा में गाजी मियां की मजार पर तोड़फोड़: सांप्रदायिक तनाव का माहौल

मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गोर्गी गांव में गाजी मियां की मजार पर तोड़फोड़ की घटना ने सांप्रदायिक तनाव को जन्म दिया है। शुक्रवार रात को हुई इस घटना के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। मुस्लिम समुदाय ने इसे सुनियोजित कृत्य बताया है। प्रशासन ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
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मध्य प्रदेश के रीवा में गाजी मियां की मजार पर तोड़फोड़: सांप्रदायिक तनाव का माहौल

रीवा में मजार पर तोड़फोड़ की घटना

गाजी मियां की मजार पर हमला: मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गोर्गी गांव में एक ऐतिहासिक मजार में तोड़फोड़ की गई है, जिसके बाद वहां धार्मिक झंडा भी लगाया गया। यह घटना शुक्रवार रात को हुई, जिससे क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की तत्परता से स्थिति को नियंत्रित किया गया है और कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई है।


गाजी मियां की मजार पर असामाजिक तत्वों का हमला

सूत्रों के अनुसार, गोर्गी गांव में स्थित गाजी मियां की मजार मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। शुक्रवार को जब लोग जुमा की नमाज़ अदा कर लौटे, तब सब कुछ सामान्य था। लेकिन रात के समय अज्ञात व्यक्तियों ने मजार के गुंबद को क्षति पहुंचाई और उस पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया।


पुलिस ने स्थिति को संभाला

शनिवार की सुबह जब मुस्लिम समुदाय के लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो बड़ी संख्या में लोग मजार पर इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही डीएसपी हिमाली पाठक और एसडीएम अनुराग तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। प्रशासन ने लोगों को शांत कराया और मजार की मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया।


मुस्लिम समुदाय ने उठाए सवाल

मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि यह घटना सुनियोजित है। उनका कहना है कि मजार के आसपास अक्सर नशेड़ी और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है, जिसकी शिकायतें पहले भी की गई थीं। इस घटना को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है।


अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई

पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। प्रशासन ने भी स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक अशांति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है ताकि शांति बनी रहे।