मध्य प्रदेश में कफ सिरप से बच्चों की मौत: सरकार ने लगाया प्रतिबंध

मध्य प्रदेश में कफ सिरप से बच्चों की मौत
मध्य प्रदेश में कफ सिरप पर प्रतिबंध: छिंदवाड़ा जिले में किडनी फेल होने के कारण अब तक 14 बच्चों की जान जा चुकी है, जबकि राजस्थान में भी इसी समस्या के चलते 4 बच्चों की मौत हुई है। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 'कोल्ड्रिफ' नामक एक कफ सिरप में मौजूद जहरीले तत्वों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। राजस्थान में भी एक अन्य खांसी की दवा से जुड़ी चार मौतें हुई हैं।
मुख्य संदिग्ध दवा, कोल्ड्रिफ, श्रीसन फार्मास्युटिकल्स द्वारा बनाई गई है। जब इस दवा में संदूषण की जानकारी मिली, तो मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और केरल की सरकारों ने तुरंत इसकी बिक्री पर रोक लगा दी। परीक्षणों में पाया गया कि इस सिरप में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) था, जो एक अत्यंत जहरीला रसायन है और इसका सेवन गंभीर किडनी फेलियर या मृत्यु का कारण बन सकता है।
श्रीसन फार्मास्युटिकल्स की दवाओं पर प्रतिबंध
संदूषित बैच की पहचान SR-13 के रूप में की गई, जिसका निर्माण मई 2025 में हुआ था और यह अप्रैल 2027 तक वैध था। अधिकारियों ने आगे की जांच पूरी होने तक कोल्ड्रिफ और श्रीसन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित सभी अन्य दवाओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। सरकार ने इन दवाओं के स्टॉक को जब्त करने का भी निर्णय लिया है ताकि किसी भी प्रकार के नुकसान को रोका जा सके।
तीन बच्चों की स्थिति गंभीर
छिंदवाड़ा में मरने वाले 14 बच्चों में से 11 की मौत परासिया अनुमंडल में हुई है। वर्तमान में, छह बच्चों का इलाज चल रहा है, जिनमें से पांच नागपुर के अस्पतालों में और एक छिंदवाड़ा के अस्पताल में भर्ती है। नागपुर में तीन बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। राज्य सरकार ने मृतक बच्चों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
छह राज्यों में जांच शुरू
इस घटना के बाद, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने छह राज्यों में जांच शुरू की है, जिसमें कफ सिरप और एंटीबायोटिक दवाओं सहित 19 विभिन्न दवाओं में हानिकारक तत्वों की जांच की जा रही है। अब तक, मध्य प्रदेश के खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा जांचे गए नौ नमूने विषाक्त संदूषकों से मुक्त पाए गए हैं।
राजस्थान में, 'केसन्स फार्मा' कंपनी भी जांच के दायरे में है, क्योंकि उन पर आरोप है कि उनके 'डेक्सट्रोमेथॉर्फन हाइड्रोब्रोमाइड' युक्त कफ सिरप के कारण चार बच्चों की मौत हुई। राज्य सरकार ने अगली सूचना तक केसन्स फार्मा द्वारा निर्मित सभी 19 दवाओं की आपूर्ति निलंबित कर दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने विस्तृत जांच और कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया है कि जांचा गया सिरप सुरक्षित था और उसमें किसी भी प्रकार की मिलावट या खराबी के लक्षण नहीं मिले।