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मध्य प्रदेश में नए फोरलेन हाईवे का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगा लाभ

मध्य प्रदेश सरकार ने सड़क अवसंरचना को मजबूत करने के लिए ग्रीनफील्ड तकनीक से नए फोरलेन हाईवे के निर्माण की योजना बनाई है। यह हाईवे इंदौर और उज्जैन के बीच बनेगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस परियोजना की लागत 1370 करोड़ रुपये है और यह क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। जानें इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे में और कैसे यह स्थानीय लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी।
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मध्य प्रदेश में नए फोरलेन हाईवे का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगा लाभ

मध्य प्रदेश में सड़क विकास की नई पहल


मध्य प्रदेश समाचार: मध्य प्रदेश सरकार सड़क नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए बड़े पैमाने पर ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रही है। ग्रीनफील्ड हाईवे नई भूमि पर बनाए जाते हैं, जो पुराने मार्गों का अनुसरण नहीं करते, जिससे तेज़, सीधी और कम ट्रैफिक वाली सड़कें बनती हैं।


राज्य में सड़क अवसंरचना को आधुनिक बनाने के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। एक बड़े जिले में ग्रीनफील्ड तकनीक से नया फोरलेन हाईवे बनाया जा रहा है, जो खेतों और ग्रामीण क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। उज्जैन-इंदौर के बीच एक नया फोरलेन, पैव्ड शोल्डर के साथ विकसित किया जाएगा, जो खेतों के बीच से होकर गुजरेगा। इस मार्ग पर नॉन-स्टॉप वाहनों को प्रवेश मिलेगा।


नौकरी के अवसर 


यह फोरलेन इंदौर एयरपोर्ट के पास से शुरू होकर सुपर कॉरिडोर, चिंतामण गणेश मार्ग, चंद्रावतीगंज, अजनोद, खजूरिया, हातोद जैसे कई गांवों से होते हुए सिंहस्थ बायपास तक पहुंचेगा। इससे पर्यटक इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक केवल 30 मिनट में पहुंच सकेंगे। पीथमपुर के औद्योगिक क्षेत्र को भी इस परियोजना में शामिल किया जा सकता है, जिससे उज्जैन से इंदौर तक आवासीय और व्यावसायिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापार करने वालों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।


1370 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन हाईवे का निर्माण


सिंहस्थ बायपास पर भी फोरलेन का निर्माण किया जा सकता है। फोरलेन निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है और सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है। 48 किमी लंबी सड़क का निर्माण मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) द्वारा लगभग 1370 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। इससे इंदौर, उज्जैन और पीथमपुर जाने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर मार्ग उपलब्ध होगा। नया इंदौर-उज्जैन फोरलेन निर्माणाधीन सिक्स लेन पर जाम लगने या अधिक ट्रैफिक होने पर वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा।


जमीन अधिग्रहण


अब भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद सर्वेक्षण कार्य आरंभ होता है। चांदमुख गांव के अंतर्गत लगभग 5.123 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। यह प्रक्रिया सरकारी स्तर पर की जा रही है। सिंहस्थ-2028, इंदौर-उज्जैन फोरलेन के सिक्स लेन में, सिंहस्थ बायपास को फोरलेन में परिवर्तित किया जा रहा है। इससे सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा और आवागमन की सुविधाएं बढ़ेंगी।