मनीष सिसोदिया से एसीबी की तीन घंटे पूछताछ, 2000 करोड़ के घोटाले में शामिल

कक्षाओं के निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला
नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण से जुड़े 2000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के समक्ष पेश होकर लगभग तीन घंटे तक पूछताछ का सामना किया।
सत्येंद्र जैन को भी बुलाया गया था
सिसोदिया सुबह 11 बजे उत्तरी दिल्ली के विकास भवन में एसीबी कार्यालय पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि उनसे निर्माण के लिए धन के वितरण के बारे में सवाल किए गए। उल्लेखनीय है कि इस मामले के दौरान सिसोदिया के पास वित्त और शिक्षा विभाग का प्रभार था। एसीबी ने इस मामले में आप नेता सत्येंद्र जैन को भी तलब किया था, जिन्होंने 6 जून को एसीबी के समक्ष पेश होकर पांच घंटे तक पूछताछ का सामना किया।
पहले 9 जून को पेश होने का समन भेजा गया था
यह मामला दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षाओं और भवनों के निर्माण में अत्यधिक लागत से संबंधित कथित अनियमितताओं से जुड़ा है। सिसोदिया को 3 जून को समन भेजा गया था, जिसमें उन्हें 9 जून को पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने पूर्व राजनीतिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए और समय मांगा। इसके बाद एसीबी ने उन्हें 20 जून को पेश होने का निर्देश दिया।
30 अप्रैल को दर्ज की गई थी प्राथमिकी
एसीबी ने 30 अप्रैल को कक्षाओं के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। सूत्रों के अनुसार, सिसोदिया के पास वित्त और शिक्षा विभाग थे, जबकि जैन लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के प्रभारी थे, जो निर्माण कार्य की देखरेख कर रहा था। सिसोदिया हाल ही में लुधियाना पश्चिम उपचुनाव की देखरेख करने के बाद दिल्ली लौटे हैं, जहां उन्हें पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया गया था।