मनीषा कोइराला ने नेपाल में प्रदर्शनकारियों पर हिंसा की निंदा की

नेपाल में प्रदर्शनकारियों पर हिंसक कार्रवाई
अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने नेपाल में हाल ही में प्रदर्शनकारियों पर हुई हिंसक कार्रवाई की कड़ी निंदा की है, इसे देश के लिए एक 'काला दिन' करार दिया है। यह टिप्पणी उस समय आई है जब जनरेशन ज़ेड के प्रदर्शनकारी भ्रष्टाचार और सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर लगाए गए विवादास्पद प्रतिबंध के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे।
दादा को श्रद्धांजलि
मनीषा ने मंगलवार को अपने दादा, पूर्व प्रधानमंत्री बिश्वेश्वर प्रसाद कोइराला को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जिन्होंने 'प्रेम, संघर्ष और लचीलेपन' को आवाज दी। यह पोस्ट उन्होंने इंस्टाग्राम पर साझा की, जब नेपाल में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हो रहे थे।
बी.पी. कोइराला के विचार
उन्होंने अपने दादा की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'नेपाल के पहले निर्वाचित प्रधानमंत्री और संघर्ष के प्रतीक बी.पी. कोइराला को उनके जन्मदिन पर नमन। आज जब छात्र भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हैं, उनके शब्द कालजयी लगते हैं।' मनीषा ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी संघर्षों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
प्रधानमंत्री का इस्तीफा
नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने देश में बढ़ते सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया, जिसमें राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के आवास पर हमले और संसद में तोड़फोड़ शामिल है।
मनीषा का इंस्टाग्राम पोस्ट
मनीषा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में प्रदर्शनकारियों पर हुई हिंसा की निंदा की। उन्होंने खून से सने एक जूते की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'आज नेपाल के लिए काला दिन है। जब लोगों की आवाज को गोलियों से दबाया जा रहा है।'
प्रदर्शन जारी
हालांकि नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया है, लेकिन प्रदर्शनकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने आंदोलन को जारी रखे हुए हैं। उन्होंने पुलिस कार्रवाई में 19 लोगों की मौत के मामले में जवाबदेही की मांग की है।