मनीषा हत्याकांड: छात्रों का प्रदर्शन, कातिल की गिरफ्तारी की मांग

छात्र संगठनों की एकजुटता
मनीषा हत्याकांड, भिवानी: 14 अगस्त को भिवानी के एक गांव में एक महिला शिक्षक का शव मिलने की घटना ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है। पुलिस अब तक हत्यारे का पता नहीं लगा पाई है, जिसके चलते छात्राएं मनीषा को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतर आई हैं। सभी छात्र संगठनों की एक ही मांग है - हत्यारे की गिरफ्तारी। मनीषा के परिवार वाले भी पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे हैं और शव लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
पुलिस की जांच और परिजनों की चिंताएं
पुलिस ने पहले भिवानी और फिर रोहतक पीजीआई में शव का पोस्टमार्टम कराया है, लेकिन परिवार वाले रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं। जांच के लिए दोबारा नमूने रोहतक पीजीआई भेजे गए हैं। पुलिस और परिजन डॉक्टरों की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
भिवानी में मनीषा के शव के पोस्टमॉर्टम के बाद 10 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। भिवानी सिविल अस्पताल के बाद पीजीआई में तीन डॉक्टरों के पैनल ने मनीषा का दूसरा पोस्टमॉर्टम किया। इस मामले में पीजीआई और मधुबन फोरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
प्रदर्शन और मांगें
भिवानी-हांसी रोड पर प्रदर्शन

हरियाणा के पानीपत, झज्जर, जींद, और फतेहाबाद जैसे कई जिलों में मनीषा को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं। छात्र संगठन सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने से काम नहीं चलेगा।
छात्रों ने मांग की है कि हत्यारों को गिरफ्तार कर उन्हें फांसी पर लटकाया जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार इस मामले में विफल रही है। भिवानी में राजीव गांधी महिला कॉलेज की छात्राओं ने भिवानी-हांसी रोड को जाम कर दिया, लेकिन पुलिस के समझाने पर इसे खोल दिया।
मुख्यमंत्री का बयान
सीएम का आश्वासन

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि पुलिस निष्पक्षता से और गंभीरता के साथ जांच कर रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मनीषा हमारी बेटी है और उसके परिवार को न्याय दिलाना सरकार की जिम्मेदारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
फतेहाबाद में मार्च
सामाजिक संगठनों का मार्च
सोमवार को फतेहाबाद की पुरानी अनाज मंडी में विभिन्न सामाजिक, श्रमिक और व्यापारिक संगठनों ने एकजुट होकर दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर मार्च निकाला। सभी ने एक सुर में मनीषा हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा, विशेषकर फांसी देने की मांग की।