ममता कुलकर्णी का विवादास्पद बयान: दाऊद इब्राहिम को बताया आतंकवादी नहीं
गोरखपुर में ममता कुलकर्णी का बयान
गोरखपुर। एक्ट्रेस से साध्वी बनीं ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने गोरखपुर में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Underworld Don Dawood Ibrahim) के बारे में कहा कि उसने कोई बम विस्फोट नहीं किया और वह आतंकवादी नहीं है। इस साल की शुरुआत में, वह किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar of Kinnar Akhara) बनीं, लेकिन विवाद के चलते उन्हें अखाड़े से बाहर कर दिया गया। फिर भी, ममता किन्नर समुदाय से जुड़ी रहीं।
ममता कुलकर्णी का एक बयान खूब वायरल हो रहा है दरअसल ममता ने कहा कि दाऊद इब्राहिम ने कभी कोई ब'म ब्लास्ट नहीं किया, वो कोई टेररिस्ट नहीं है...!
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— 𝗠𝗮𝗿𝗶𝘆𝗮𝗺_𝗠𝗕𝗗 (@Mariyam_MBD) October 30, 2025
ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिसने देशभर में हलचल मचा दी है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में, उन्होंने दाऊद इब्राहिम का बचाव करते हुए कहा कि वह आतंकवादी नहीं हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है और लोगों के बीच बहस का विषय बन गया है।
1993 के मुंबई बम विस्फोट में 257 लोगों की जान गई थी, और सीबीआई तथा एनआईए की रिपोर्टों के अनुसार, दाऊद इस घटना का मास्टरमाइंड था। वह आईएसआई का करीबी माना जाता है और अभी भी फरार है। ममता का बयान भारतीय न्यायपालिका और एजेंसियों के सैकड़ों सबूतों को चुनौती देता है, जिनके आधार पर दाऊद को 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट्स का मास्टरमाइंड माना गया है।
‘दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं हैं’
ममता कुलकर्णी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं हैं और उन्होंने कभी बम विस्फोट नहीं किया। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह दाऊद से कभी नहीं मिलीं।
‘अब मैं ध्यात्म के रास्ते पर हूं’
उन्होंने आगे कहा कि अब वह पूरी तरह से अध्यात्म के मार्ग पर चल रही हैं और उनका राजनीति या फिल्म उद्योग से कोई संबंध नहीं है। लेकिन उनका यह बयान राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
ममता का यह बयान उस समय आया है जब दाऊद इब्राहिम का नाम 1993 के मुंबई बम विस्फोट के मास्टरमाइंड के रूप में आधिकारिक रूप से दर्ज है और वह भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों की सूची में शामिल है। ममता के इस बयान के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने नाराजगी जताई है। कुछ ने इसे ‘न्यायिक प्रक्रिया का अपमान’ बताया है, जबकि कुछ इसे ममता का पब्लिसिटी स्टंट मानते हैं।
जानें कौन हैं ममता कुलकर्णी?
1990 के दशक में ‘करण अर्जुन’, ‘कृष्णा’, ‘बाजी’ और ‘क्रांतिवीर’ जैसी सुपरहिट फिल्मों से ममता ने स्टारडम हासिल किया। लेकिन 1990 के अंत में अचानक गायब हो गईं। 2016 में केन्या में ड्रग्स तस्करी के एक मामले में उनका नाम आया, जब उनके कथित पति विक्रम गोस्वामी (विक्की) को गिरफ्तार किया गया। उस समय दाऊद का नाम भी जोड़ा गया, क्योंकि विक्की पर छोटा राजन और दाऊद गैंग के बीच रंजिश के आरोप थे। ममता ने हमेशा इन आरोपों से इंकार किया। 2025 के कुंभ मेले से पहले वह भारत लौटीं। उनके अनुसार, 12 साल तक उन्होंने तपस्या की। कुंभ मेले में उन्होंने संन्यास लिया और ‘माई ममता नंद गिरी’ नाम से आध्यात्मिक जीवन अपनाया।
