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महागठबंधन ने बिहार के विकास और सुरक्षा मुद्दों पर उठाए सवाल

बिहार में चुनावी माहौल के बीच महागठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें नेताओं ने राज्य की गंभीर समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने विशेष राज्य का दर्जा, बढ़ते अपराध और विकास की धीमी गति पर केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की। महागठबंधन ने स्पष्ट किया कि बिहार को गुजरात जैसा विकास चाहिए और यहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता है। जानें इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में और क्या मुद्दे उठाए गए।
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महागठबंधन ने बिहार के विकास और सुरक्षा मुद्दों पर उठाए सवाल

महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उठे गंभीर मुद्दे

बिहार में चुनावी माहौल के बीच महागठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय दौरे पर एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस अवसर पर राजद के मनोज झा, कांग्रेस के राजेश राठौर और अन्य नेताओं ने बिहार की गंभीर समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने विशेष राज्य का दर्जा न मिलने, बढ़ते अपराध और विकास की धीमी गति पर केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की। महागठबंधन ने स्पष्ट किया कि बिहार को गुजरात जैसा विकास चाहिए और यहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता है, न कि केवल दिखावे के लिए दौरे।


बिहार के विकास और विशेष दर्जे पर महागठबंधन की चिंताएं

महागठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा, कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर, और महागठबंधन के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव समेत कई नेता शामिल हुए। उन्होंने बिहार की विकास नीति, विशेष राज्य का दर्जा, आरक्षण और सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की और सरकार से जवाब मांगा। मनोज झा ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि बिहार को गुजरात जैसा विकास क्यों नहीं मिल रहा और विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि बिहार किसी से ईर्ष्या नहीं करता, बल्कि यह बिहार की अपनी पीड़ा है।


बिहार में बढ़ते अपराध और सुरक्षा की चिंता

कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि अगर उन्होंने विशेष राज्य का दर्जा मांगना छोड़ दिया है, तो बिहार का विकास कैसे संभव होगा। उन्होंने चंपारण की चीनी मिल से चाय पीने के वादे को भी याद दिलाया, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। राजेश राठौर ने बिहार में बढ़ती अपराध समस्या पर भी चिंता जताई। उनका कहना था कि पटना की मुख्य सड़कों और बाजारों में लगातार गोलियों की आवाज सुनाई दे रही है, जो सुरक्षा व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।


प्रशांत किशोर ने शिक्षा और रोजगार के मुद्दे उठाए

प्रशांत किशोर ने भी बिहार की समस्याओं पर केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार को ऐसी ट्रेनों की जरूरत नहीं है जिसमें बच्चे जानवरों की तरह बैठकर दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं। बिहार को अब बेहतर शिक्षा व्यवस्था और रोजगार की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसा कि अगर वे बिहार के गरीबों के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं, तो कम से कम उनके टैक्स के पैसे से अपना और अपनी पार्टी का प्रचार मत करें।


महागठबंधन ने केंद्र और राज्य सरकार पर कड़ा रुख अपनाया

महागठबंधन के नेताओं ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि बिहार की स्थिति गंभीर है और केंद्र व राज्य सरकारों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने बिहार के विकास, सुरक्षा और आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार से सवाल उठाए और बिहार की समस्याओं को नजरअंदाज करने का विरोध किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से महागठबंधन ने बिहार के लोगों के हित में आवाज उठाई है और आगामी चुनाव में इसे एक प्रमुख मुद्दा बनाने का ऐलान किया है।