महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल छूट की नई नीति

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल टैक्स में राहत
EV टोल छूट: मुंबई और महाराष्ट्र के इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं के लिए एक सकारात्मक समाचार सामने आया है। राज्य सरकार ने यह घोषणा की है कि अब ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) चलाने वालों को राज्य के सभी प्रमुख टोल नाकों पर टोल टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा। यह निर्णय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार के मार्गदर्शन में लिया गया है।
21 अगस्त से लागू होगी टोल छूट
परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बताया कि 21 अगस्त से अटल सेतु, मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और समृद्धि महामार्ग सहित सभी टोल नाकों पर इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल से पूरी छूट मिलेगी। पहले अटल सेतु पर कार का टोल 250 रुपये निर्धारित था, जो दिसंबर 2025 तक लागू रहने वाला था। लेकिन अब ईवी मालिकों को इस राशि का भुगतान नहीं करना होगा।
महाराष्ट्र की इलेक्ट्रिक वाहन नीति का प्रभाव
अप्रैल 2025 में सरकार ने नई महाराष्ट्र इलेक्ट्रिक वाहन नीति लागू की थी। इसी नीति के तहत बड़े टोल नाकों पर इलेक्ट्रिक बसों और निजी ईवी कारों को टोल माफी देने का निर्णय लिया गया था। इसके अलावा, अन्य राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर इलेक्ट्रिक कारों के लिए 50% की छूट का भी प्रावधान है।
कैसे होगा कार्यान्वयन
परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार के अनुसार, अटल सेतु पर इलेक्ट्रिक वाहन टोल माफी लागू करने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है और इसे तुरंत लागू किया जाएगा। जबकि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और समृद्धि महामार्ग पर यह सुविधा अगले दो दिनों में शुरू होगी।
किसे मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ केवल निजी और सरकारी इलेक्ट्रिक कारों और बसों को मिलेगा। इलेक्ट्रिक मालवाहक वाहनों को इस छूट में शामिल नहीं किया गया है। सरकार का मानना है कि इस कदम से लोगों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और पारंपरिक ईंधन पर निर्भरता कम होगी।
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग लगातार बढ़ रही है। मुंबई और उसके आस-पास के क्षेत्रों में वर्तमान में 22,400 से अधिक ईवी रजिस्टर्ड हैं। इनमें 18,400 हल्के चार पहिया वाहन, 2,500 छोटे यात्री वाहन, 1,200 भारी बसें और लगभग 300 मध्यम वाहन शामिल हैं। औसतन हर दिन लगभग 60 हजार वाहन अटल सेतु से गुजरते हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक गाड़ियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।