महाराष्ट्र में बाल आश्रय गृह में शर्मनाक बलात्कार मामला: 16 वर्षीय लड़की की दास्तान

महाराष्ट्र में मानवता को झकझोरने वाली घटना
Maharashtra Crime: महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक बाल आश्रय गृह में एक गंभीर घटना सामने आई है। एक 16 वर्षीय HIV संक्रमित लड़की ने आरोप लगाया है कि आश्रय गृह के एक कर्मचारी ने उसके साथ दो वर्षों तक बलात्कार किया और गर्भवती होने पर उसका जबरन गर्भपात करवाया गया। यह मामला समाज में गहरी चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि जिस संस्थान को बच्चों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था, वही अब सवालों के घेरे में है। लड़की की शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आश्रय गृह के संस्थापक, अधीक्षक और दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला न केवल कानूनी कार्रवाई की मांग करता है, बल्कि बाल आश्रय गृहों में बच्चों की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी उठाता है।
लड़की का आरोप
लड़की ने अपनी पुलिस शिकायत में बताया कि लातूर के सेवालय नामक बाल आश्रय गृह में 13 जुलाई 2023 से 23 जुलाई 2025 के बीच एक कर्मचारी ने उसके साथ चार बार बलात्कार किया। यह आश्रय गृह HIV संक्रमित बच्चों के लिए बनाया गया है, जहां 23 लड़के और सात लड़कियां रहते हैं। लड़की ने कहा कि जब वह बीमार पड़ी, तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच में पता चला कि वह चार महीने की गर्भवती थी।
जबरन गर्भपात और धमकी
अस्पताल की रिपोर्ट के बाद, आरोपी कर्मचारी ने एक डॉक्टर को बुलाया, जिसने लड़की की सहमति के बिना उसका गर्भपात कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'उसे यह धमकी भी दी गई कि वह इस घटना के बारे में किसी को न बताए।' इस क्रूरता के बावजूद, लड़की ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी शिकायत एक पत्र में लिखकर शिकायत बॉक्स में डाल दी।
संस्थान की लापरवाही
लड़की की शिकायत के बावजूद, सेवालय के प्रबंधन ने उसकी कोई मदद नहीं की। अधिकारी के अनुसार, 'संस्थान प्रबंधन ने उसकी शिकायत पत्र को फाड़ दिया।' इस लापरवाही ने न केवल लड़की के साथ अन्याय को उजागर किया, बल्कि आश्रय गृह की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए।
गिरफ्तारियां और जांच
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सेवालय के संस्थापक रवि बापटले, अधीक्षक रचना बापटले, कर्मचारी अमित महामुनि और पूजा वाघमारे को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोषियों को कड़ी सजा मिले।
सेवालय का टैगलाइन
सेवालय, जिसका टैगलाइन 'बच्चों का खुशहाल घर' है, HIV संक्रमित बच्चों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल के रूप में जाना जाता है। इसकी वेबसाइट के अनुसार, संस्थान में सभी कर्मचारी निःशुल्क काम करते हैं। लेकिन इस घटना ने संस्थान की कार्यप्रणाली और बच्चों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।