महिंद्रा थार की खरीदारी के बाद शोरूम से गिरने वाली महिला ने सचाई बताई

महिंद्रा थार शोरूम में अजीब घटना
महिंद्रा थार शोरूम हादसा: पूर्वी दिल्ली के निर्माण विहार में हाल ही में एक अनोखी घटना ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। एक महिला द्वारा महिंद्रा थार खरीदने के तुरंत बाद कार का शोरूम की पहली मंजिल से गिर जाना न केवल चौंकाने वाला था, बल्कि इस पर कई भ्रामक दावे और वीडियो भी वायरल होने लगे। अब गाजियाबाद निवासी पवार ने इन अफवाहों को खत्म करने का प्रयास किया है।
महिला का बयान हादसे पर
पवार ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए स्पष्ट किया कि वायरल हो रही खबरें और वीडियो पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं। उन्होंने कहा कि कई यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने इस घटना को सनसनीखेज बनाने के लिए झूठी जानकारी फैलाई है। कुछ ने तो यह तक कहा कि महिला की मौत हो गई है और उसकी हड्डियां टूट गई हैं। पवार ने इन सभी दावों को गलत बताते हुए कहा, “मैं जिंदा हूं, मरी नहीं हूं। कृपया फर्जी वीडियो फैलाना बंद करें।”
कार का अचानक तेज होना
पवार ने बताया कि वह अपने परिवार और एक सेल्समैन के साथ शोरूम में थीं। कार को स्टार्ट करने के बाद जैसे ही उसे पूजा के लिए आगे बढ़ाया गया, अचानक आरपीएम तेज हो गया। शोरूम के कर्मचारी ने पहले ही उन्हें कार की संवेदनशील गति के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन उत्साह और अनुभव की कमी के कारण एक्सीलेरेटर अधिक दब गया, जिससे कार की गति अचानक बढ़ गई और वह शीशा तोड़ते हुए पहली मंजिल से नीचे गिर गई।
कोई गंभीर चोट नहीं आई
कार के गिरने के बाद उसमें बैठे तीनों लोग, महिला, उनका परिजन और शोरूम कर्मचारी, सामने के दरवाज़े से सुरक्षित बाहर निकल आए। पवार ने स्पष्ट किया कि उन्हें या किसी और को कोई गंभीर चोट नहीं आई। कार में एयरबैग खुलने के कारण बड़ा हादसा टल गया।
अफवाहों पर नाराजगी
पवार ने अपने वीडियो में कहा कि हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर जिस तरह से बातें फैलाई जा रही हैं, वह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि मानसिक रूप से परेशान करने वाला भी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि बिना तथ्यों के किसी भी हादसे को सनसनीखेज बनाकर वायरल न करें।
खरीद और पूजा की प्रक्रिया
घटना से कुछ समय पहले ही महिला ने 27 लाख रुपये की महिंद्रा थार खरीदी थी। शोरूम में कार की विधिवत पूजा भी की गई थी। एक सामान्य परंपरा के तहत नींबू के ऊपर से कार का पहिया चलाने की प्रक्रिया के दौरान यह हादसा हुआ। हालांकि यह पूजा शुभ मानी जाती है, लेकिन इस बार यह उत्साह एक दुर्घटना का कारण बन गया।
यह घटना जितनी अजीब थी, उतनी ही तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुई और उससे भी अधिक तेजी से अफवाहें फैलीं। लेकिन महिला द्वारा सामने आकर सच्चाई बताने से यह स्पष्ट हो गया कि हादसा गंभीर था, लेकिन जानलेवा नहीं। यह पूरा मामला बताता है कि सोशल मीडिया के जरिए गलत जानकारी कितनी तेजी से फैल सकती है और जिम्मेदारीपूर्वक रिपोर्टिंग तथा साझा करना आज के दौर में कितना आवश्यक हो गया है।