महिला ने साबित किया कि वह जिंदा है, रिश्तेदारों पर लगाया जमीन हड़पने का आरोप

उत्तर प्रदेश की अनोखी घटना
उत्तर प्रदेश: 'साहब, मैं जिंदा हूं', यह संदेश एक महिला ने अपने हाथ में लिखे कागज के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचकर प्रस्तुत किया। इस अजीबोगरीब घटना में महिला ने आरोप लगाया कि उसके रिश्तेदारों ने उसे कागजों में मृत घोषित कर दिया, ताकि वे उसके पिता की संपत्ति पर कब्जा कर सकें।
महिला की पहचान और संपत्ति का मामला
महिला का नाम शारदा देवी है। उन्होंने बताया कि वह अपने दिवंगत पिता की एकमात्र संतान हैं, जिन्होंने अपनी सम्पत्ति को वसीयत के माध्यम से उनके नाम कर दिया था। प्रारंभ में, वसीयत के अनुसार, जमीन का नामांतरण शारदा देवी के नाम पर हो गया था। लेकिन कुछ वर्षों बाद, उनके पिता के बड़े भाई के बेटों ने सरकारी रिकॉर्ड में हेरफेर करके उन्हें मृत घोषित कर दिया और फिर जमीन का नामांतरण अपने नाम करवा लिया।
न्याय की गुहार
“मैं जिंदा हूं”
शारदा देवी ने कहा कि उन्होंने कई सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए, लेकिन तहसील स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं हुई। अंततः, उन्होंने जिलाधिकारी से न्याय की मांग की और सभी के सामने एक पत्र दिखाया जिसमें लिखा था, 'साहब, मैं जिंदा हूं'।
जांच के आदेश
जिलाधिकारी का बयान
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें शारदा देवी की शिकायत प्राप्त हुई है। महिला ने दस्तावेज पेश किए हैं जो उनके पिता की वसीयत और जमीन का नामांतरण उनके नाम पर होने की पुष्टि करते हैं। लेकिन बाद में झूठे कागजों के माध्यम से नामांतरण फिर से करवा लिया गया।
अगले कदम की योजना
क्या होगा अगला कदम?
यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला यह दर्शाता है कि कानूनी प्रणाली में जीवित व्यक्ति को अपने अस्तित्व को साबित करना कितना कठिन हो सकता है, खासकर जब रिश्तेदार ही धोखा दे दें।