महिलाओं पर कोविड-19 के नए वेरिएंट का प्रभाव: जानें विशेषज्ञों की राय

कोविड-19 का अलर्ट: महिलाओं की बढ़ती संख्या
कोविड-19 अलर्ट: भारत में कोरोना के मामलों में महिलाओं की संख्या में वृद्धि देखी गई है। इस संदर्भ में, महिलाओं को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। गाजियाबाद में चार महिलाओं के संक्रमित होने की सूचना मिली है, जबकि गुरुग्राम में भी महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। इस बार कोरोना के चार नए वेरिएंट्स की पहचान हुई है, जिन्हें ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स माना जा रहा है। क्या ये वेरिएंट्स महिलाओं के लिए अधिक खतरनाक हो सकते हैं? आइए, डॉक्टर से जानते हैं।
विशेषज्ञों की राय
झारखंड के मैक्सिलोफेशियल सर्जन और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉ. अनुज कुमार ने बताया कि नए वेरिएंट्स महिलाओं को प्रभावित कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। हालांकि, लॉन्ग कोविड के मामलों में महिलाएं अधिक प्रभावित हो सकती हैं, खासकर 40 वर्ष से ऊपर की आयु की महिलाएं।
महिलाओं पर कोविड-19 के नए वेरिएंट का प्रभाव
शारदा अस्पताल की वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. श्रेय श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं में कोविड-19 के नए वेरिएंट का प्रभाव हार्मोनल और इम्यून सिस्टम की भिन्नताओं के कारण अधिक हो सकता है। कुछ अध्ययनों में यह पाया गया है कि महिलाओं में इन्फ्लेमेटरी रिस्पॉन्स पुरुषों की तुलना में अधिक होता है, जिससे गंभीर लक्षणों का जोखिम बढ़ सकता है।
नए वेरिएंट के लक्षण
JN.1 सहित सभी वेरिएंट्स में महिलाओं में सामान्य लक्षणों के साथ-साथ मानसिक लक्षण भी देखे गए हैं, जैसे अनिद्रा और चिंता। यह लक्षणों की विविधता को दर्शाता है।
महिलाओं के लिए सावधानियां
डॉ. अनुज कुमार ने सलाह दी कि महिलाओं को कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और हाथों की स्वच्छता बनाए रखना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना।
गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए सलाह
गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 संक्रमण से गंभीर परिणामों का खतरा बढ़ सकता है। WHO और CDC गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण की सलाह देते हैं, जिससे गंभीर बीमारी का जोखिम कम हो सकता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय
डॉ. अनुज ने बताया कि महिलाओं को अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए, पर्याप्त पानी पीना चाहिए और विटामिन-सी और डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
पहले कोविड संक्रमण का जोखिम
यदि किसी महिला को पहले कोविड-19 संक्रमण हुआ है, तो नए वेरिएंट के कारण पुनः संक्रमण का खतरा बना रहता है। डॉक्टरों के अनुसार, टीकाकरण और बूस्टर डोज लेने से पुनः संक्रमण का जोखिम कम किया जा सकता है।