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मालदीव के स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का ऐतिहासिक दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया, जहां उन्होंने 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सहायता की घोषणा की। इस अवसर पर राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत और मालदीव के बीच के मजबूत संबंधों पर जोर दिया। मोदी का स्वागत भव्य तरीके से किया गया, और उन्होंने द्वीप राष्ट्र के साथ सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। जानें इस ऐतिहासिक दौरे के प्रमुख पहलुओं के बारे में।
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मालदीव के स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का ऐतिहासिक दौरा

मालदीव का 60वां स्वतंत्रता दिवस समारोह

नई दिल्ली। मालदीव ने शनिवार को अपने 60वें स्वतंत्रता दिवस का भव्य आयोजन किया, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह समारोह माले के रिपब्लिक स्क्वायर में आयोजित किया गया, जहां मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी उपस्थित थे। मालदीव ने 26 जुलाई 1965 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि भारत और मालदीव के बीच एक मजबूत और अटूट संबंध स्थापित हुआ है, जो केवल कूटनीति तक सीमित नहीं है। उन्होंने इसे साझा इतिहास और स्थायी साझेदारी के रूप में वर्णित किया।


भारत द्वारा मालदीव को ऋण सहायता

मालदीव को भारत देगा 4850 करोड़ रुपए का ऋण

प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भारत को इस द्वीप राष्ट्र का सबसे विश्वसनीय मित्र होने पर गर्व है। यह घोषणा राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ विस्तृत वार्ता के बाद की गई, जिसमें व्यापार, रक्षा और बुनियादी ढांचे में सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने मालदीव को 56.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (4,850 करोड़ रुपये) की ऋण सुविधा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग आपसी विश्वास का प्रतीक है, और भारत हमेशा मालदीव की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में मदद करेगा।


प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का औपचारिक स्वागत प्रतिष्ठित रिपब्लिक स्क्वायर पर किया गया, जहां उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इससे पहले, राष्ट्रपति मुइज्जू ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर इस स्वागत के लिए राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह भारत-मालदीव मित्रता के लिए एक नई शुरुआत है।


2023 में संबंधों में तनाव

2023 में दोनों देशों में आई थी कड़वाहट

चीन के करीबी माने जाने वाले मुइज्जू ने नवंबर 2023 में इंडिया आउट अभियान के तहत सत्ता संभाली। उनके कार्यकाल के प्रारंभिक महीनों में उनकी नीतियों के कारण भारत-मालदीव संबंधों में तनाव उत्पन्न हुआ। शपथ लेने के कुछ घंटों बाद, उन्होंने भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने की मांग की, जिसके बाद भारत ने असैन्य कर्मियों को तैनात किया। भारतीय सैन्य कर्मियों को मालदीव में मानवीय और बचाव कार्यों के लिए दो हेलीकॉप्टरों और एक विमान के रखरखाव के लिए तैनात किया गया था।