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मालेगांव बम धमाका केस: साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित की बरी होने पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

मालेगांव बम धमाका केस में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और कर्नल श्रीकांत पुरोहित को बरी किए जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने इस फैसले पर विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने 'हिंदू आतंकवाद' शब्द के प्रयोग पर खेद न होने की बात कही। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले में अपनी राय व्यक्त की है। साध्वी प्रज्ञा ने अदालत में भावुक होकर अपने जीवन के संघर्ष के बारे में बताया। जानें इस मामले में और क्या प्रतिक्रियाएँ आई हैं।
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मालेगांव बम धमाका केस: साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित की बरी होने पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित की बरी होने पर हलचल

मालेगांव बम धमाका मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और कर्नल श्रीकांत पुरोहित को अदालत द्वारा बरी किए जाने के बाद राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "इस सरकार में इन लोगों का बरी होना निश्चित था। अब जब वे बरी हो गए हैं, तो देखना होगा कि आगे क्या होता है। हमें पहले से ही इस बात का अंदेशा था।"


'हिंदू आतंकवाद' पर माफी से इनकार

रेणुका चौधरी ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस द्वारा 'हिंदू आतंकवाद' जैसे शब्दों के उपयोग पर उन्हें कोई खेद नहीं है। उन्होंने कहा, "इसमें कोई बुराई नहीं है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। जब 'मुस्लिम आतंकवादी' कहा जाता है, तो 'हिंदू आतंकवादी' कहना भी गलत नहीं है।"


आतंकवाद का धर्म से कोई संबंध नहीं

चौधरी ने अपने बयान में कहा कि आतंकवाद किसी धर्म से नहीं जुड़ा होता, बल्कि यह एक मानसिकता है। उन्होंने कहा, "हिंदू धर्म में भी विभिन्न प्रकार के लोग होते हैं। जब हम नक्सलियों की बात करते हैं, तो क्या उनका कोई धर्म होता है? क्या वे आतंकवादी नहीं हैं? फिर हिंदू धर्म के लोगों में भी कोई आतंकवादी हो सकता है।"


अखिलेश यादव का बयान

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जनता चाहती है कि दोषियों को सजा मिले। उनके अनुसार, आम लोगों की भावना यही है कि जो भी गलत करता है, उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह फैसला किसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय घटना से ध्यान भटकाने के लिए लिया गया हो सकता है, जिसका इशारा उन्होंने अमेरिका में चल रही घटनाओं की ओर किया।


साध्वी प्रज्ञा का भावुक बयान

बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अदालत में भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, "मेरे ऊपर आतंकवाद का आरोप लगाया गया। मेरी पूरी जिंदगी खत्म कर दी गई। मैं एक संन्यासी हूं, इसलिए ज़िंदा रह गई। लेकिन हर दिन मर-मरकर जीना पड़ा।" साध्वी की आंखों में आंसू थे, और उन्होंने कहा कि यह संघर्ष उनके जीवन का सबसे कठिन दौर रहा।