मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों को बरी करने पर टी राजा सिंह का बयान

मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत का फैसला
एनआईए की विशेष अदालत ने गुरुवार को 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में सभी सात आरोपियों को सबूतों की कमी के कारण बरी कर दिया। इनमें पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। इस फैसले के बाद तेलंगाना के गोशामहल से विधायक टी राजा सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है।
टी राजा सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा कि 2008 में मालेगांव में हुए धमाकों में 6 लोगों की जान गई थी। उस समय कांग्रेस सरकार ने वोटबैंक की राजनीति करते हुए हिन्दुओं पर आरोप लगाए। साधु-संतों को बदनाम किया गया और 'भगवा आतंकवाद' जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया। साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित समेत सात लोगों को जेल में डाल दिया गया।
राजा सिंह ने आगे कहा कि इन सभी को वर्षों तक जेल में यातनाएं दी गईं। उन्हें झूठा कबूलनामा देने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाए गए। गोमांस जैसे अपमानजनक कृत्यों के जरिए उन्हें तोड़ने की कोशिश की गई, लेकिन न तो साध्वी प्रज्ञा टूटीं, न कर्नल पुरोहित झुके और न ही किसी ने झूठा आरोप स्वीकार किया। अंततः 17 साल बाद सच सामने आया और सभी को निर्दोष घोषित कर दिया गया।
कांग्रेस पर जुबानी हमला करते हुए टी राजा सिंह ने कहा कि अब मैं उन कांग्रेसियों से पूछना चाहता हूं जिन्होंने भगवाधारियों को आतंकवादी बताया था, अब वे क्यों खामोश हैं? कांग्रेस की नीति हमेशा से हिन्दू विरोधी रही है। भगवा को बदनाम करना और हिन्दू संतों को आतंकवादी बताना इनकी चाल थी।
राजा सिंह ने न्याय मिलने पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, कर्नल पुरोहित और अन्य आरोपियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज भारत का हिन्दू जाग रहा है। कांग्रेस का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। मैं साध्वी दीदी, कर्नल साहब और उन सभी लोगों को, जो 17 साल से मानसिक और शारीरिक यातना झेलते रहे, दिल से बधाई देता हूं।