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मिर्जापुर में प्रेमी-प्रेमिका की दुखद कहानी: परिवार के विरोध में गंगा में कूदे

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक युवक और युवती ने अपने परिवारों के विरोध के चलते गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। यह घटना मंगलवार को हुई और तीन दिन बाद भी दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है। युवक निखिल कुमार और युवती कीर्ति चौहान के बीच रिश्ते को उनके परिवारों ने अस्वीकार कर दिया था। निखिल ने अपनी मां को अंतिम कॉल में कहा था कि वह कीर्ति के बिना नहीं रह सकता। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक और चर्चा का माहौल बना दिया है।
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मिर्जापुर में प्रेमी-प्रेमिका की दुखद कहानी: परिवार के विरोध में गंगा में कूदे

मिर्जापुर की दर्दनाक घटना

मिर्जापुर समाचार: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। यहां एक युवक और युवती ने अपने परिवारों के विरोध के चलते गंगा नदी में कूदने का निर्णय लिया। दोनों ने शास्त्री पुल पर अपने सामान को रखा और एक-दूसरे का हाथ पकड़कर नदी में छलांग लगा दी। यह घटना मंगलवार को हुई और तीन दिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई पता नहीं चल सका है।


युवक-युवती की पहचान

पुलिस के अनुसार, युवक का नाम निखिल कुमार है, जिसकी उम्र 22 वर्ष है, जबकि युवती कीर्ति चौहान है, जो आर्य कन्या स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा थी। दोनों रिश्ते में मौसी-भांजे लगते थे, जिसके कारण उनके परिवारों ने उनके रिश्ते का विरोध किया। निखिल गुजरात में एक निजी कंपनी में काम करता था और हाल ही में घर लौटा था, जबकि कीर्ति अपनी पढ़ाई में व्यस्त थी और उसका भविष्य उज्ज्वल माना जा रहा था।


निखिल का अंतिम संदेश

छलांग से पहले निखिल का आखिरी कॉल 

घटना से पहले निखिल ने अपनी मां को फोन किया और कहा, 'मैं कीर्ति के बिना नहीं रह सकता। हम एक साथ जीएंगे और एक साथ मरेंगे।' इतना कहने के बाद उसने कॉल काट दिया और फिर दोनों ने गंगा में छलांग लगा दी।


परिवारों के बीच विवाद

परिवारों का विरोध और विवाद 

जानकारी के अनुसार, निखिल के परिवार ने इस रिश्ते को बाद में स्वीकार कर लिया था, लेकिन कीर्ति के परिवार ने इसका कड़ा विरोध किया। लड़की के परिवार ने न केवल उनकी मुलाकातों पर रोक लगा दी थी, बल्कि रिश्ते को भी नामंजूर कर दिया था। निखिल पर आरोप है कि उसे कई बार कीर्ति के परिजनों ने पीटा भी था। परिवारों के बीच बढ़ते तनाव ने इस दुखद कदम को जन्म दिया।


पुलिस और SDRF की खोज

खोज में जुटी पुलिस और SDRF 

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग पुलिस को सूचित करने पहुंचे। तुरंत SDRF और गोताखोरों की टीम गंगा में उतारी गई। लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नितेश सिंह ने बताया कि सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है और टीम हर संभव प्रयास कर रही है कि दोनों को ढूंढा जा सके।


क्षेत्र में शोक और चर्चा

इलाके में सनसनी और शोक

मिर्जापुर की यह घटना अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। लोग इसे एक ट्रैजिक लव स्टोरी मान रहे हैं, जिसमें सामाजिक बंधनों और पारिवारिक विरोध ने दो मासूम जिंदगियों को नदी की लहरों में बहा दिया। निखिल के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, क्योंकि वह घर का इकलौता कमाने वाला था। वहीं, कीर्ति के परिवार को अब पछतावा हो रहा है कि कहीं उनके इनकार ने उनकी बेटी की जान तो नहीं ले ली।