मिशिगन चर्च में गोलीबारी: राष्ट्रपति ट्रंप ने की निंदा

मिशिगन में चर्च पर हमला
मिशिगन चर्च पर हमला: अमेरिका के मिशिगन राज्य में एक मॉर्मन चर्च में गोलीबारी की घटना सामने आई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे क्रिश्चियनों पर एक लक्षित हमला बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'यह अमेरिका में क्रिश्चियनों के खिलाफ एक और हमला है। इस हिंसा की महामारी को तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए।' उन्होंने पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करने की अपील की। उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने भी इस घटना को भयानक बताते हुए दुख व्यक्त किया।
इस आगजनी की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यह घटना ग्रैंड ब्लैंक क्षेत्र में हुई, जो डेट्रॉइट से लगभग 50 मील उत्तर में स्थित है। अधिकारियों के अनुसार, रविवार को 40 वर्षीय थॉमस जैकब सैन्फोर्ड, जो पूर्व अमेरिकी मरीन था, ने अपनी गाड़ी चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स के दरवाजे से टकरा दी।
इस दर्दनाक हमले में कम से कम 4 लोगों की जान चली गई, जबकि 8 अन्य घायल हुए हैं। पुलिस के अनुसार, चर्च उस समय सैकड़ों लोगों से भरा हुआ था। ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप के पुलिस प्रमुख विलियम रेने ने कहा कि आग और धुएं के कारण अंदर और भी पीड़ितों की संभावना है। आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंच गई हैं और क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। हमलावर सैन्फोर्ड पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। अधिकारियों का कहना है कि उसने जानबूझकर चर्च को निशाना बनाया और इस घटना की जांच जारी है। एफबीआई ने मौके पर पहुंचकर जांच का नेतृत्व संभाल लिया है।
Just an awful situation in Michigan. FBI is on the scene and the entire administration is monitoring things.
— JD Vance (@JDVance) September 28, 2025
Say a prayer for the victims and first responders. 🙏
सुरक्षा उपाय और स्थानीय प्रतिक्रिया
सभी चर्चों में सुरक्षा बढ़ाई गई
इस हमले के बाद आसपास के सभी चर्चों को तुरंत लॉकडाउन में डाल दिया गया। स्थानीय लोगों ने गहरी संवेदना और शोक व्यक्त किया। यह हमला 101 वर्षीय चर्च अध्यक्ष रसेल एम. नेल्सन के निधन के एक दिन बाद हुआ, जिससे श्रद्धालुओं का दुख और बढ़ गया। राज्य की गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर ने इस घटना को पूरी तरह अस्वीकार्य करार दिया और कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह का हमला बेहद निंदनीय है। वहीं, पास के अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ, जो हड़ताल पर थे, पीड़ितों की मदद के लिए तुरंत मौके पर पहुंच गए। इस त्रासदी ने पूरे समुदाय को एक बार फिर गहरे सदमे में डाल दिया है।