मुंबई में फर्जी डाक टिकट रैकेट का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

फर्जी डाक टिकट रैकेट का खुलासा
मुंबई पुलिस ने एक बड़े फर्जी डाक टिकट रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो देशभर में सक्रिय था। इस मामले में तीन व्यक्तियों, राकेश बिंद, शम्सुद्दीन अहमद और शाहिद रज़ा को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह दिल्ली और बिहार से संचालित हो रहा था और नकली डाक टिकटों को आधे दाम पर बेचकर करोड़ों रुपये की ठगी कर रहा था।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि इस रैकेट के माध्यम से अब तक 8 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी लेन-देन किए गए हैं। आरोपी उच्च गुणवत्ता वाले स्कैनर और प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके असली जैसे दिखने वाले डाक टिकट तैयार करते थे। ये टिकट विभिन्न एजेंटों और डाक सेवाओं के जरिए देश के कई हिस्सों में भेजे जाते थे।
मुंबई पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी डाक टिकट, प्रिंटिंग उपकरण, कंप्यूटर और नकली सीलें बरामद की गई हैं। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला है कि यह गिरोह पिछले कई महीनों से सक्रिय था और सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा रहा था।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 178, 179, 180, 181, 186 और 318 के तहत मामला दर्ज किया है। वर्तमान में, पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य व्यक्तियों तक पहुंचा जा सके। अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई से न केवल राजस्व विभाग को राहत मिलेगी, बल्कि भविष्य में ऐसे संगठित अपराधों पर भी अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।