Newzfatafatlogo

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का हरमिंदर साहिब में गुरमत समागम की सफलता पर आभार

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 8 दिसंबर को हरमिंदर साहिब जाकर गुरमत समागम की ऐतिहासिक सफलता पर आभार व्यक्त किया। इस आयोजन में लगभग 6 लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जो एक रिकॉर्ड है। मुख्यमंत्री ने इसे गुरु तेग बहादुर जी की कृपा का परिणाम बताया और कहा कि यह यात्रा गुरु परंपरा के प्रति गहरी आस्था का प्रतीक है। जानें इस भव्य आयोजन की विशेषताएँ और इसके महत्व के बारे में।
 | 
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का हरमिंदर साहिब में गुरमत समागम की सफलता पर आभार

मुख्यमंत्री का हरमिंदर साहिब दौरा

-मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपनी पूरी कैबिनेट के साथ दरबार साहिब जाएंगी


-छह लाख श्रद्धालुओं की भागीदारी ने दिल्ली के धार्मिक इतिहास में नया अध्याय जोड़ा


नई दिल्ली: ऐतिहासिक लाल किला में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय ‘गुरमत समागम’ की सफलता पर आभार व्यक्त करने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपनी पूरी कैबिनेट के साथ 8 दिसंबर को अमृतसर स्थित हरमिंदर साहिब (गोल्डन टेम्पल) जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दरबार साहिब के आशीर्वाद से ही दिल्ली में इतना बड़ा धार्मिक आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। इस कार्यक्रम में लगभग 6 लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जो एक रिकॉर्ड है।


मुख्यमंत्री ने लाल किला पर हुए ‘गुरमत समागम’ की सफलता को गुरु साहिब की कृपा का परिणाम बताया। खासकर उस समय जब आयोजन से पहले क्षेत्र में आतंकवादी घटना ने सबको डरा दिया था, फिर भी छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं का शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की ऊर्जा आज भी समाज को एकजुट रखती है। उन्होंने कहा कि हरमिंदर साहिब जाना केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि गुरु परंपरा के प्रति गहरी आस्था और कृतज्ञता का प्रतीक है। यह पवित्र स्थल दुनिया भर से श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति और सेवा की भावना प्रदान करता है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि लाल किला पर 23 से 25 नवंबर को आयोजित ‘गुरमत समागम’ स्वतंत्र भारत के सबसे भव्य धार्मिक आयोजनों में से एक बन गया। इस आयोजन का संयुक्त रूप से आयोजन दिल्ली सरकार और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा किया गया, जिसमें छह लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इनमें दिल्ली और अन्य राज्यों के साथ-साथ विदेशों से आए श्रद्धालुओं ने नवें पातशाह को नमन किया। इस आयोजन की गरिमा तब और बढ़ गई जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लाल किला पहुंचकर गुरु साहिब को नमन किया।


मुख्यमंत्री ने बताया कि इस समागम की प्रमुख विशेषताओं में भव्य कीर्तन दरबार, ऐतिहासिक शहीदी यात्रा, संग्रहालय में प्रदर्शनी और लाइट एंड साउंड शो शामिल थे। देश-विदेश से आए रागी जत्थों द्वारा आयोजित मेगा कीर्तन दरबार में गुरु बाणी के मधुर कीर्तन ने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। संगतों ने श्रद्धा से अखंड पाठों में भाग लिया और श्री सहिज पाठों की लड़ी के पूर्ण होने पर गुरुवाणी का सामूहिक उच्चारण किया। आयोजन में गुरु तेग बहादुर साहिब जी के पवित्र स्वरूप को गुरुद्वारा शीशगंज साहिब से पालकी में लाकर ऐतिहासिक लाल किले तक लाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि संगतों की मांग पर दिल्ली सरकार ने संग्रहालय की प्रदर्शनी और लाइट एंड साउंड शो की अवधि बढ़ाकर 30 नवंबर तक कर दी थी, ताकि अधिक से अधिक लोग इस ऐतिहासिक प्रस्तुति से जुड़ सकें।