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मुरादाबाद में डेंगू और मलेरिया का खतरा: प्रशासन ने उठाए सख्त कदम

मुरादाबाद में डेंगू और मलेरिया के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे प्रशासन ने 202 ग्राम पंचायतों में सफाई अभियान शुरू किया है। स्वास्थ्य विभाग ने इन बीमारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए गांवों में सफाई, एंटी-लार्वा छिड़काव और फॉगिंग का कार्य शुरू किया है। मुख्य विकास अधिकारी ने त्योहारों से पहले स्वास्थ्य संकट को रोकने के लिए निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। जानें इस अभियान की पूरी जानकारी और प्रशासन की तैयारी के बारे में।
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मुरादाबाद में डेंगू और मलेरिया का खतरा: प्रशासन ने उठाए सख्त कदम

डेंगू और मलेरिया का संकट


मुरादाबाद :- जनपद में डेंगू और मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, जिले की 202 ग्राम पंचायतों में इन बीमारियों के मामले सामने आए हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में हड़कंप मच गया है। इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पंचायती राज विभाग को सक्रिय कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया संवेदनशील ग्राम पंचायतों की सूची पंचायत राज अधिकारियों को सौंप दी है। इसके बाद गांवों में सफाई, एंटी-लार्वा छिड़काव और फॉगिंग का कार्य तेजी से शुरू किया गया है।


26 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक, चयनित ग्राम पंचायतों में गंदगी को साफ करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने जिले की 202 ग्राम पंचायतों में डेंगू और मलेरिया के मामलों की पुष्टि की है। इसको ध्यान में रखते हुए, हर ग्राम पंचायत में 5 सफाई कर्मियों की टीमें गठित की गई हैं। संवेदनशील ग्राम पंचायतों में 8 से 10 सफाई कर्मियों और अतिरिक्त श्रमिकों की तैनाती की गई है। ये टीमें घर-घर जाकर कूड़ा हटाने, नालियों की सफाई और एंटी लार्वा छिड़काव का कार्य कर रही हैं। जहां कूड़े के ढेर थे, वहां ट्रैक्टर ट्राली और जेसीबी मशीनों से कूड़ा हटाया गया है। नालियों में जलभराव और गंदगी वाले स्थानों पर विशेष रूप से फॉगिंग की जा रही है, ताकि मच्छरों के पनपने की संभावना कम हो सके।


137 ग्राम पंचायतों में विशेष अभियान:-


202 में से 137 ग्राम पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर डेंगू और मलेरिया संवेदनशील क्षेत्रों की सफाई की गई। विकासखंडवार रोस्टर के अनुसार टीमें लगाई गईं, जिसमें ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) समेत अन्य अधिकारी भी शामिल रहे। इस अभियान में सफाई के साथ-साथ लोगों को बीमारी से बचाव के लिए जागरूक भी किया गया। टीम में शामिल पंचायत सचिव और सहायक विकास अधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, कूलर और टंकियों की नियमित सफाई करें और बुखार होने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र जाएं।


मुख्य विकास अधिकारी की निगरानी में सफाई व्यवस्था:-


मुख्य विकास अधिकारी मृणाली अविनाश जोशी ने बताया कि त्योहारों से पहले डेंगू और मलेरिया की बीमारी पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। 26 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चल रहे अभियान के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाएगी, ताकि आगामी त्योहारों (जैसे दुर्गा पूजा, गांधी जयंती) के दौरान कोई स्वास्थ्य संकट न उत्पन्न हो। डीपीआरओ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी सहायक विकास अधिकारियों (पंचायत) को नियमित रूप से ग्राम पंचायतों में भ्रमण करने और सफाई व्यवस्था की निगरानी करने के लिए कहा गया है। यदि कहीं भी लापरवाही पाई जाती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।