मेघालय में राजा रघुवंशी की हत्या: पत्नी ने रची खौफनाक साजिश

राजा रघुवंशी हत्या मामला
राजा रघुवंशी हत्या मामला: मेघालय की सुरम्य वादियों में इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या की कहानी किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं है। इस हत्या की साजिश में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का हाथ बताया जा रहा है, जिसने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के लिए एक हत्यारे को नियुक्त किया था। सोनम ने इंदौर से एक हत्यारे को मेघालय बुलाया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साजिश को उसने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर तैयार किया था। इस योजना में पैसों का लालच, प्रेम संबंध और ठंडे दिमाग से बनाई गई रणनीति शामिल थी।
हत्या का सौदा कितने लाख रुपये में हुआ था?
हत्या का सौदा कितने लाख रुपये में हुआ था?
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोनम ने अपने पति राजा की हत्या के लिए 14 लाख रुपये में चार लोगों को हायर किया था। यह साजिश मेघालय के शिलांग में उनके हनीमून के दौरान अंजाम दी जानी थी। लेकिन जब हत्यारे पहाड़ी पर चढ़ने में थक गए, तो सोनम ने उन्हें और लालच दिया। उसने कहा, 'उसे मार दो, मैं 20 लाख दूंगी!' यह लालच हत्यारों को फिर से प्रेरित करने के लिए काफी था। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, सोनम ने सुनिश्चित किया कि उसकी योजना किसी भी हाल में सफल हो।
लव ट्रायंगल की वजह से गई राजा रघुवंशी की जान
लव ट्रायंगल की वजह से गई राजा रघुवंशी की जान
जांच में यह सामने आया कि सोनम का अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ गहरा संबंध था, जो उसके भाई की कंपनी में काम करता था। यह रिश्ता इतना मजबूत था कि सोनम ने अपने पति से छुटकारा पाने का निर्णय लिया। पुलिस का कहना है कि सोनम ने राज के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। शादी के कुछ ही महीनों बाद हनीमून को इस साजिश का माध्यम बनाया गया।
सोनम ने क्यों किया सरेंडर?
सोनम ने क्यों किया सरेंडर?
सोनम की तलाश 17 दिनों तक चलती रही। अंततः वह यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर पुलिस के हाथों पकड़ी गई। ढाबा मालिक को सोनम की बातें संदिग्ध लगीं, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचित किया। सोनम ने गाजीपुर के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया, लेकिन वह अपनी संलिप्तता से इनकार कर रही है। पुलिस ने हत्या में शामिल तीन अन्य आरोपियों को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है।
राजा की मां का बयान
राजा की मां भी सदमे में
राजा की मां उमा रघुवंशी ने कहा, “सोनम का व्यवहार हमेशा अच्छा था। मुझे विश्वास नहीं होता कि वह ऐसा कर सकती है। अगर वह दोषी है तो उसे फांसी पर लटका देना चाहिए।” वहीं, सोनम के पिता देवी सिंह अपनी बेटी को निर्दोष बता रहे हैं और मेघालय पुलिस पर मामले को गलत तरीके से हैंडल करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है।
अनुत्तरित सवाल
इस केस ने कई अनुत्तरित सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सोनम और राज के बीच प्रेम संबंध इतने गहरे थे कि राजा रघुवंशी की हत्या ही एकमात्र विकल्प था? क्या 20 लाख रुपये का लालच इस साजिश का मुख्य आधार था? या फिर इस कहानी में और भी कई परतें हैं, जो अभी तक सामने नहीं आई हैं? पुलिस की जांच और सोनम से पूछताछ से इन प्रश्नों के उत्तर मिलने की उम्मीद है।