मेघालय में हनीमून के दौरान हत्या: सोनम रघुवंशी की साजिश का खुलासा

सोनम रघुवंशी की पहचान छुपाने की कोशिश
मेघालय में अपने हनीमून के दौरान पति राजा रघुवंशी की हत्या में आरोपी सोनम रघुवंशी ने इंदौर में एक किराए के फ्लैट में छिपने का प्रयास किया। इस फ्लैट में 5,000 रुपये का किराना सामान पाया गया। जांचकर्ताओं के अनुसार, इस फ्लैट को विशाल सिंह चौहान ने किराए पर लिया था, जो एक हत्यारे की टीम का सदस्य है। चौहान ने राजा पर हमला किया और उसकी हत्या की योजना बनाई थी।
साजिश का खुलासा और किराए का फ्लैट
सोनम का कथित प्रेमी और मुख्य साजिशकर्ता राज कुशवाह ने उसके लिए 5,000 रुपये का राशन ऑनलाइन मंगवाया था। पुलिस का मानना है कि यह फ्लैट सोनम ने राजा की हत्या के बाद अस्थायी शरण स्थल के रूप में इस्तेमाल किया। यह फ्लैट 30 मई को किराए पर लिया गया था, जब राजा को आखिरी बार देखा गया था। राजा का शव 2 जून को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में एक झरने के पास मिला था।
फ्लैट का किराया और सुरक्षा
इंदौर के शिलोम जेम्स ने बताया कि चौहान ने उन्हें 17,000 रुपये प्रति माह किराए का प्रस्ताव दिया और 34,000 रुपये की सुरक्षा राशि जमा की। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि चौहान या उसका कोई साथी फ्लैट में आया था या नहीं। फ्लैट में सीसीटीवी निगरानी नहीं थी, और यह मामला पुलिस के ध्यान में लाया गया है।
राजा के परिवार की नार्को टेस्ट की मांग
राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने सोनम और राज कुशवाह पर नार्को एनालिसिस टेस्ट कराने की मांग की है। उनका कहना है कि दोनों आरोपियों ने जांचकर्ताओं को गुमराह किया है और उन्होंने इस साजिश में अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना जताई है। सचिन ने यह भी आरोप लगाया कि सोनम के परिवार को उसकी और कुशवाह के रिश्ते के बारे में शादी से पहले ही पता था।
हनीमून और हत्या की साजिश का समय
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी, और वे 20 मई को मेघालय के हनीमून पर गए थे। राजा 23 मई को लापता हो गए, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। 9 जून को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया, जो घटना स्थल से करीब 1,200 किलोमीटर दूर था।
सोनम और राज कुशवाह की साजिश
मेघालय पुलिस के अनुसार, राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश इंदौर में 11 मई को ही रची गई थी। यह साजिश राज कुशवाह द्वारा 50,000 रुपये में बनाई गई थी। पुलिस के मुताबिक, यह कोई सामान्य हत्या नहीं थी, बल्कि एक व्यक्तिगत बदले की कार्रवाई थी, क्योंकि हत्यारों का एक-दूसरे से व्यक्तिगत रिश्ता था।