मेरठ में पुलिस पर हमला: दबंगों ने की बर्बरता
मेरठ में पुलिस टीम पर हमला
मेरठ में पुलिस पर हमला: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पुलिस की एक टीम पर हमला किया गया। मवाना थाना क्षेत्र के सठला गांव में, पुलिस एक व्यक्ति की शिकायत पर आरोपियों को पकड़ने गई थी। लेकिन, वहां मौजूद दबंगों ने पुलिसकर्मियों को घेर लिया और उन पर हमला कर दिया। इस दौरान, पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी गई और उनकी पिस्टल छीनने का प्रयास किया गया। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
जानकारी के अनुसार, पुलिसकर्मी भारतवीर की शिकायत पर नितिन के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों ताल्हा, कादिर और गुलाब को गिरफ्तार करने पहुंचे थे। पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद में आरोपियों ने नितिन पर जानलेवा हमला किया था, जिससे उसका पैर टूट गया। जब पुलिस ने दबिश दी, तो आरोपियों के साथी उन पर हमला कर दिए।
यूपी, मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र में गोकशी के आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर दबंगों और ग्रामीणों की भीड़ ने हमला कर दिया। हालात इतने बेकाबू हो गए कि एक सिपाही को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा गया। दूसरे सिपाही का हाथ तोड़ दिया गया और एक पुलिसकर्मी की सरकारी पिस्टल भी छीन ली… pic.twitter.com/wbswPeI4nq
— Bhadohi Wallah (@Mithileshdhar) December 25, 2025
बताया गया है कि कुछ पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में थे, जिससे आरोपियों ने उनके साथ अभद्रता की। सिपाही सुनील के साथ भी मारपीट की गई और उनकी वर्दी फाड़ दी गई। वायरल वीडियो में आरोपियों को पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता करते हुए देखा जा सकता है। स्थिति तब नियंत्रण में आई जब बैकअप फोर्स मौके पर पहुंची। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी गुलाब उर्फ यासिर के पास से एक अवैध 32 बोर की पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल लाठी-डंडे और सरिया भी मिले हैं। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि गुलाब के खिलाफ दिल्ली में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अब अन्य अज्ञात हमलावरों की पहचान कर रही है।
एसएसपी ने स्पष्ट किया है कि पुलिस के साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और सभी गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा। प्रारंभ में मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया था, लेकिन पुलिस टीम पर हमले और सरकारी काम में बाधा डालने के बाद धारा 132 बीएनएस और आर्म्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं।
