मेरठ में भारतीय सेना के जवान पर हमला: 6 आरोपी गिरफ्तार

मेरठ में जवान के साथ हुई मारपीट की घटना
Indian Army Jawan Assault: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक भारतीय सेना के जवान कपिल सिंह के साथ भुनी टोल प्लाजा पर मारपीट की घटना सामने आई है। 26 वर्षीय कपिल, जो राजपूत रेजिमेंट में तैनात हैं, छुट्टी पर श्रीनगर लौटने के लिए दिल्ली से सुबह 5 बजे की फ्लाइट पकड़ने जा रहे थे। उन्होंने टोल प्लाजा के कर्मचारियों से जल्दी पास करने की गुजारिश की, जिसके बाद उनके बीच विवाद शुरू हो गया।
CCTV फुटेज में कैद हुई घटना
कपिल ने अपनी पहचान पत्र भी दिखाया, लेकिन टोल कर्मचारियों ने उनकी मदद करने से इनकार कर दिया। विवाद बढ़ने पर कर्मचारियों ने उन पर हमला कर दिया। यह पूरी घटना वहां लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। पुलिस को इस घटना की वीडियो फुटेज मिली, जिसके बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
#WATCH Meerut, Uttar Pradesh: On the issue of assault with a soldier, SSP Vipin Tanda says, "Last night, a video was received in which some people were beating up a person. When the police investigated, it was found that the complainant is a jawan who was returning from his duty… pic.twitter.com/FodukKPnQX
— News Media (@NewsMedia) August 18, 2025
पुलिस ने की कार्रवाई, 6 आरोपी गिरफ्तार
मेरठ के पुलिस प्रमुख विपिन टंडा ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज किया गया है। एसपी (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, और बाकी आरोपियों की पहचान की जा रही है। कपिल सिंह गोटका गांव के निवासी हैं और यह घटना सरूरपुर क्षेत्र के भुनी टोल प्लाजा पर हुई।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
सचिन (30 वर्ष) – पुत्र मुकेश, निवासी ग्राम पांचली, थाना सरूरपुर, मेरठ
विजय (25 वर्ष) – पुत्र अरुण, निवासी करनावल, थाना सरूरपुर, मेरठ
अनुज (28 वर्ष) – पुत्र ओमप्रकाश, निवासी ग्राम दुर्जनपुर, थाना सरूरपुर, मेरठ
अंकित (26 वर्ष) – पुत्र दारा सिंह, निवासी ग्राम छुर, थाना सरधना, मेरठ
सुरेश राणा (56 वर्ष) – पुत्र राजपाल, निवासी ग्राम बढ़हल, थाना दोघट, जनपद बागपत
अंकित शर्मा (28 वर्ष) – पुत्र नरेश, निवासी ग्राम सूजती, थाना दोघट, जनपद बागपत
पुलिस ने कहा है कि अन्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच को तेज़ किया गया है। यह घटना देश में सेना के जवानों के प्रति सम्मान और सुरक्षा की आवश्यकता पर सवाल उठाती है।