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मैनचेस्टर में तिहरा शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज की कहानी

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में होने वाले टेस्ट मैच में बॉब सिंपसन के तिहरे शतक की कहानी को जानें। 1964 में खेले गए इस ऐतिहासिक मुकाबले में सिंपसन ने अपनी अद्भुत बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया था। जानें इस मैच की महत्वपूर्ण घटनाएं और आंकड़े।
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मैनचेस्टर में तिहरा शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज की कहानी

मैनचेस्टर टेस्ट का ऐतिहासिक मुकाबला

नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर टेस्ट सीरीज का चौथा मैच होने जा रहा है। इस मैदान पर तिहरा शतक लगाने का अनोखा रिकॉर्ड केवल बॉब सिंपसन के नाम है। आइए, इस मैच के बारे में विस्तार से जानते हैं।


यह मुकाबला 23-28 जुलाई 1964 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बॉब सिंपसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया।


बॉब सिंपसन ने बिल लॉरी के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 201 रन की साझेदारी की। बिल लॉरी ने 313 गेंदों में 106 रन बनाकर अपना विकेट गंवाया, लेकिन सिंपसन ने दूसरे छोर पर मजबूती से बल्लेबाजी जारी रखी।


सिंपसन ने ब्रायन बूथ (98) के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 219 रन की साझेदारी की, जिससे टीम का स्कोर 600 के पार पहुंच गया।


बॉब सिंपसन ने 743 गेंदों का सामना करते हुए 311 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने 762 मिनट तक बल्लेबाजी की, जिसमें एक छक्का और 23 चौके शामिल थे। उनकी इस अद्भुत पारी के चलते ऑस्ट्रेलिया ने 656/8 के स्कोर पर अपनी पहली पारी घोषित की।


इंग्लैंड की ओर से जॉन प्राइस ने तीन विकेट लिए, जबकि फ्रेड रम्सी और टॉम कार्टराईट ने दो-दो विकेट चटकाए।


इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 15 के स्कोर पर जॉन एडरिच (6) का विकेट गंवाया, लेकिन कप्तान टेड डेक्सटर ने सलामी बल्लेबाज ज्योफ बॉयकॉट के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 111 रन जोड़े।


ज्योफ बॉयकॉट 58 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद डेक्सटर ने केन बैरिंगटन के साथ तीसरे विकेट के लिए 246 रन की साझेदारी की। डेक्सटर ने 174 रन बनाए, जबकि बैरिंगटन ने 256 रन की पारी खेली।


इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में कुल 611 रन बनाए। इस पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से ग्राहम मैकेंजी ने सबसे अधिक सात विकेट लिए, जबकि टॉम वीवर्स ने तीन विकेट निकाले।


ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में दो ओवर खेलते हुए बिना कोई विकेट गंवाए चार रन बनाए और यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।