मॉनसून के कहर से प्रभावित राज्यों को केंद्र सरकार का समर्थन

केंद्र सरकार की तत्परता
देश के विभिन्न हिस्सों में मॉनसून की तीव्रता ने बाढ़, भूस्खलन और जलभराव जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर दी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संकट की गंभीरता को समझते हुए, प्रभावित पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की और उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। यह कदम दर्शाता है कि केंद्र सरकार आपदा प्रबंधन में सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।गृह मंत्री ने जिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की, उनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक शामिल हैं। ये राज्य हाल के दिनों में भारी बारिश और उससे संबंधित आपदाओं से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ है और सामान्य जनजीवन बाधित हो गया है।
फोन कॉल के दौरान, अमित शाह ने मौजूदा स्थिति का आकलन किया और बताया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य आवश्यक संसाधनों को तुरंत उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों को आश्वस्त किया कि इस कठिन समय में केंद्र पूरी तरह से उनके साथ है और किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
यह पहल केंद्र और राज्यों के बीच सहयोगात्मक संघवाद को दर्शाती है, विशेषकर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में। केंद्र सरकार द्वारा समय पर सहायता की पेशकश से राज्यों को राहत कार्यों और बचाव अभियानों को तेज करने में मदद मिलेगी।