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मोदी का अमेरिका के टैरिफ पर कड़ा संदेश: भारत नहीं झुकेगा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत किसी भी दबाव में नहीं झुकेगा। उन्होंने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के खिलाफ देशवासियों को स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने का आह्वान किया। फिच की रिपोर्ट में भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था की पुष्टि की गई है, जिसमें जीडीपी ग्रोथ 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर और क्या कहा गया।
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प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन

अहमदाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के छोटे उद्यमियों, किसानों और पशुपालकों के हित सर्वोपरि हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में आर्थिक हितों के नाम पर राजनीति की जा रही है। मोदी ने गांधी की भूमि से यह संदेश दिया कि हम दबाव में भी रास्ता निकाल लेंगे और देशवासियों के हित हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी परिस्थिति में झुकेगा नहीं।


यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो जाएगा। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से क्रूड ऑयल के आयात पर लगाया गया है, जिसका भारत ने विरोध किया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा है कि अमेरिका का दोहरा रवैया भारत के लिए स्वीकार्य नहीं है।


फिच की रिपोर्ट और भारत की आर्थिक स्थिति

अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के बीच, फिच नामक एक प्रमुख वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने भारत की अर्थव्यवस्था पर एक सकारात्मक रिपोर्ट जारी की है। फिच ने भारत की ग्रोथ रेट को देखते हुए उसकी रेटिंग को ट्रिपल बी (BBB) पर बनाए रखा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रम्प के टैरिफ का प्रभाव सीमित रह सकता है और वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।


एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने भी भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताया है और उसकी रेटिंग को ट्रिपल बी में बढ़ाया है। फिच ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत ग्रोथ और ठोस विदेशी निवेश के कारण स्थिर है।


निर्यातकों के लिए सहायता योजना

ट्रम्प के टैरिफ से प्रभावित निर्यातकों के लिए 25,000 करोड़ रुपये की सहायता योजना तैयार की जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय की व्यय वित्त समिति के पास भेजा है। यदि यह योजना मंजूर होती है, तो यह भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी शुल्क से उत्पन्न वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं से बचाने में मदद कर सकती है।


इस मिशन का उद्देश्य अगले छह वर्षों में व्यापक और टिकाऊ निर्यात वृद्धि को बढ़ावा देना है। इसमें पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर उन बाधाओं को दूर करने के उपाय खोजे जाएंगे, जिनका सामना भारतीय निर्यातक करते हैं।


स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता

आज 27 अगस्त है, और प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका की टैरिफ नीति पर निर्णय देश के स्वाभिमान को बनाए रखने वाला है। उन्होंने कहा कि देशवासियों को स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए। भारत पर बढ़ते दबाव का सामना करने के लिए धैर्य और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता है।


समापन

मोदी का अमेरिका के टैरिफ पर कड़ा संदेश: भारत नहीं झुकेगा


-इरविन खन्ना, मुख्य संपादक।