मोहाली में आयकर विभाग का बड़ा खुलासा: ₹18,000 करोड़ की प्रॉपर्टी डील्स में गड़बड़ी

मोहाली में आयकर विभाग की कार्रवाई
चंडीगढ़/मोहाली - आयकर विभाग के इंटेलिजेंस एंड क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन (I&CI) ने मोहाली के खरड़ में एक महत्वपूर्ण खुलासा किया है। विभाग ने खन्ना, अमृतसर और लुधियाना जैसे शहरों में सख्त निगरानी के दौरान ₹18,000 करोड़ की प्रॉपर्टी डील्स की गलत रिपोर्टिंग का पता लगाया है।
खुलासे की प्रक्रिया
टीम ने मौके पर जाकर राज्य रजिस्ट्री सॉफ्टवेयर और तहसीलदारों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट का मिलान किया। जांच में यह सामने आया कि कई स्थानों पर सैकड़ों करोड़ की प्रॉपर्टी डील्स या तो रिपोर्ट नहीं की गईं, या फिर अधूरी और गलत जानकारी दी गई।
नियमों के अनुसार, 30 लाख से अधिक की हर प्रॉपर्टी डील की पूरी जानकारी (खरीदार और विक्रेता का नाम, पैन और आधार नंबर सहित) आयकर विभाग को भेजना अनिवार्य है। लेकिन जांच में पाया गया कि कई मामलों में पैन नंबर गायब थे, जिससे न तो खरीदार और विक्रेता की पहचान हो पाई और न ही यह पता चला कि टैक्स सही तरीके से जमा हुआ या नहीं।
कई जिलों में कार्रवाई
यह कोई एकल कार्रवाई नहीं है। I&CI पहले ही खन्ना, अमृतसर, लुधियाना, फाजिल्का और मोहाली में ऐसे सर्वे कर चुका है। विभाग लगातार जागरूकता सेमिनार और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, ताकि तहसीलदार अपनी जिम्मेदारियों को समझें और सही जानकारी दर्ज करें।
महत्वपूर्ण कार्रवाई का उद्देश्य
अधिकारियों के अनुसार, इन सख्त कार्रवाइयों का उद्देश्य टैक्स बेस को बढ़ाना और ईमानदार करदाताओं के लिए निष्पक्ष व्यवस्था सुनिश्चित करना है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि अब ऐसे किसी भी मामले को बख्शा नहीं जाएगा, जहां जानबूझकर जानकारी छुपाई गई हो।