मौसम अपडेट: दिल्ली से राजस्थान तक भारी बारिश का रेड अलर्ट

मौसम की ताजा जानकारी: भारी बारिश का अलर्ट!
नई दिल्ली: देशभर में मानसून का प्रभाव जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, दिल्ली-NCR और उत्तर भारत में हल्की बारिश से मौसम में सुधार होगा, जबकि गुजरात और राजस्थान में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और जलभराव का खतरा बढ़ गया है। आइए जानते हैं कि आपके शहर में आज मौसम कैसा रहेगा।
दिल्ली में मौसम की स्थिति
दिल्ली में आज बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बौछारें हो सकती हैं। न्यूनतम तापमान 24 डिग्री और अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। हालांकि, उमस से पूरी राहत नहीं मिलेगी, लेकिन शाम की ठंडी हवाएं थोड़ी राहत दे सकती हैं।
NCR में बारिश का सिलसिला
NCR में भी बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। अगले तीन दिनों तक बारिश का यह सिलसिला जारी रह सकता है।
हरियाणा में फसलों के लिए लाभदायक बारिश
हरियाणा के अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में आज मध्यम बारिश की संभावना है। पश्चिमी हरियाणा में हल्की बारिश हो सकती है, जो फसलों के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ स्थानों पर जलभराव की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट
पंजाब के लुधियाना, पटियाला और मोहाली जैसे जिलों में आज भारी बारिश की आशंका है। निचले इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम का खतरा बना हुआ है।
राजस्थान में रेड अलर्ट
राजस्थान के जयपुर, कोटा, उदयपुर और अजमेर में आज अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर में भी तेज बारिश और आंधी की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
उत्तर प्रदेश में बारिश का प्रभाव
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बलिया, देवरिया और लखनऊ में तेज बारिश की संभावना है। पश्चिमी यूपी के मेरठ और सहारनपुर में भी बादल छाए रहेंगे और मध्यम बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा
उत्तराखंड के नैनीताल, पिथौरागढ़ और चमोली में भारी बारिश का अनुमान है। इससे भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है और चारधाम यात्रा मार्ग प्रभावित हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश
हिमाचल प्रदेश के शिमला, मंडी और कुल्लू में आज लगातार तेज बारिश होने की संभावना है। नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और पहाड़ी सड़कों पर मलबा आने का खतरा है।