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यमुनानगर में ठंड बढ़ने के साथ वायु गुणवत्ता में गिरावट

यमुनानगर में ठंड का असर बढ़ रहा है, जिससे लोग धूप का आनंद ले रहे हैं। हालांकि, वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है, और एयर क्वालिटी इंडेक्स 251 तक पहुंच गया है। दिवाली के बाद का धुआं और बारिश की कमी इस समस्या को बढ़ा रहे हैं। जानें इस मौसम में क्या हो रहा है और लोगों को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
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यमुनानगर में ठंड बढ़ने के साथ वायु गुणवत्ता में गिरावट

यमुनानगर में सर्दी का असर

यमुनानगर (AQI)। जिले में सुबह और शाम के समय ठंड का अनुभव बढ़ गया है। सर्द मौसम के बीच दिन में निकलने वाली धूप लोगों के लिए एक बड़ी राहत का स्रोत बन गई है। लोग पार्कों में लेटकर और एक-दूसरे से बातचीत करते हुए धूप का आनंद ले रहे हैं। वर्तमान में, धूप के कारण पार्कों में लोगों की संख्या काफी बढ़ गई है, लेकिन जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, पार्कों में भीड़ कम होने की संभावना है।


गुरुवार को जिले का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, मौसम साफ रहने और तेज धूप निकलने के कारण सप्ताह के अंत तक न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की वृद्धि हो सकती है, जिससे रात के समय सर्दी में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।


यमुनानगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स

यमुनानगर AQI 251 पर


सर्दी के बढ़ने के साथ शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 251 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया है। प्रदूषण से लोगों को केवल दो दिन की राहत मिली थी, लेकिन अब इसमें फिर से वृद्धि हो गई है। दो दिन पहले एक्यूआई 120 और 183 माइक्रोग्राम के बीच था। एक नवंबर से शहर में एक्यूआई 200 से 248 के बीच बना हुआ है, जिससे लोगों को सांस लेने के लिए भी शुद्ध हवा नहीं मिल रही है।


दिवाली के दौरान हुई आतिशबाजी से उत्पन्न धुआं अभी भी हवा में मौजूद है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. अजीत कुमार का कहना है कि फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है और मौसम साफ रहेगा। बारिश होने पर वातावरण से धूल का गुबार छट जाएगा और एक्यूआई में सुधार होगा।


फैक्टरियों की चिमनियों से निकलने वाला धुआं और शहर में जलाया जा रहा कूड़ा बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण बन रहा है। लंबे समय से बारिश न होने के कारण भी प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। सड़कों के किनारे धूल की मोटी परत जम चुकी है, और वाहनों के चलने से धूल के कण हवा में मिल रहे हैं।