Newzfatafatlogo

यशस्वी जुयाल और IPS रचिता जुयाल की प्रेम कहानी

यशस्वी जुयाल, जो राघव जुयाल के छोटे भाई हैं, एक सफल फिल्म निर्माता हैं। उनकी प्रेम कहानी IPS रचिता जुयाल के साथ कोविड काल में शुरू हुई। दोनों की मुलाकात समाजसेवा के दौरान हुई, जिससे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। रचिता जुयाल, जो एक कड़क IPS अधिकारी हैं, ने कई भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की है। जानें उनकी कहानी और कार्यशैली के बारे में।
 | 
यशस्वी जुयाल और IPS रचिता जुयाल की प्रेम कहानी

यशस्वी जुयाल की फिल्मी यात्रा

यशस्वी जुयाल की कहानी: राघव जुयाल के छोटे भाई यशस्वी जुयाल एक फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक हैं। उनकी लघु फिल्म 'The Last Rhododendron' को 2021 में धर्मशाला अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में जेंडर सेंसिटिविटी अवार्ड मिला। 2023 में, वह नेटफ्लिक्स के टेक टेन प्रोग्राम के फाइनलिस्ट बने। 2024 में, उन्हें बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए चुने गए दो भारतीय फिल्म निर्माताओं में से एक के रूप में मान्यता मिली। उनकी पहली फीचर फिल्म को हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के HAF 2025 वर्क इन प्रोग्रेस लैब में शामिल किया गया था।


कोविड के दौरान शुरू हुई प्रेम कहानी

यशस्वी की प्रेम कहानी उत्तराखंड कैडर की 2015 बैच की IPS अधिकारी रचिता जुयाल के साथ कोविड काल में शुरू हुई। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यशस्वी की समाजसेवा ने रचिता को प्रभावित किया। रचिता भी एनजीओ के साथ कई समाजसेवी कार्यक्रमों में भाग लेती थीं, और इसी दौरान उनकी मुलाकात यशस्वी से हुई। समाजसेवा के प्रति उनकी समान रुचि ने उन्हें करीब ला दिया, जिससे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई और अंततः उन्होंने शादी कर ली।


IPS रचिता जुयाल का परिचय

IPS रचिता जुयाल देहरादून के धरमपुर की निवासी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली और उच्च शिक्षा देहरादून में प्राप्त की। बीबीए और एमबीए के बाद, उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और 2015 में पहले प्रयास में सफलता हासिल की। वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं, और उनके पिता बीबीडी जुयाल भी पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर रह चुके हैं। रचिता ने उत्तराखंड के प्रति अपने विशेष लगाव का उल्लेख करते हुए कहा कि वह भविष्य में राज्य के लिए योगदान देती रहेंगी।


रचिता जुयाल की कार्यशैली

IPS रचिता जुयाल को उनकी कड़क कार्यशैली और बेखौफ छवि के लिए जाना जाता है। हाल ही में, एसपी विजिलेंस के पद पर रहते हुए, उन्होंने एक सब इंस्पेक्टर को भ्रष्टाचार के मामले में रंगे हाथों पकड़ा, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वह पहले अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों में एसपी विजिलेंस रह चुकी हैं और कई भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई कर चुकी हैं।