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यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका का सख्त रुख: ट्रंप और पुतिन के बीच शांति की उम्मीदें धूमिल

अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में रूस के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है। वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि नए प्रतिबंधों पर विचार किया जा रहा है। ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में हुई बैठक के बाद भी शांति की दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर अपनी स्थिति का बचाव किया है, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने चेतावनी दी है कि यदि पुतिन शांति समझौते पर सहमत नहीं होते हैं, तो यह साबित करेगा कि उन्होंने ट्रंप के साथ खेल किया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
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यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका का सख्त रुख: ट्रंप और पुतिन के बीच शांति की उम्मीदें धूमिल

यूक्रेन संघर्ष पर अमेरिका की नई नीति

Trump Putin Ukraine Peace: अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में रूस के प्रति अपनी नीति को और अधिक कठोर बनाने के संकेत दिए हैं। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने सोमवार को स्पष्ट किया कि रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों समेत सभी संभावित विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। उनका कहना है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बमबारी की गतिविधियों को बढ़ाकर युद्ध की स्थिति को और गंभीर बना दिया है। बेसेंट का यह बयान उस समय आया है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में हुए शिखर सम्मेलन के बाद शांति की दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। ट्रंप द्वारा निर्धारित समयसीमा सोमवार को समाप्त हो गई, लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।


स्कॉट बेसेंट की टिप्पणी

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने फॉक्स मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि पुतिन ने बमबारी को घृणित तरीके से बढ़ा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है और इस सप्ताह उन पर गहराई से चर्चा की जाएगी।


अलास्का शिखर सम्मेलन के बाद की स्थिति

दो हफ्ते पहले अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच हुई बैठक में यूक्रेन युद्ध समाप्त करने पर चर्चा हुई थी। ट्रंप ने उस समय रूस को शांति समझौते के लिए दो हफ्तों का समय दिया था, लेकिन समयसीमा समाप्त होने के बाद भी कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।


पुतिन का बचाव

इस बीच, चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर अपनी स्थिति का बचाव किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष की जड़ 2014 में कीव में हुए तख्तापलट में है, जिसे पश्चिमी देशों ने बढ़ावा दिया। पुतिन ने यह भी कहा कि यूक्रेन का नाटो में शामिल होना रूस की सुरक्षा के लिए खतरा है।


मैक्रों की कड़ी चेतावनी

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चेतावनी दी कि यदि पुतिन शांति समझौते पर सहमत नहीं होते हैं, तो यह साबित करेगा कि उन्होंने ट्रंप के साथ खेल किया है। यदि ट्रंप द्वारा निर्धारित समय सीमा तक ऐसा नहीं होता है, तो इसका मतलब होगा कि पुतिन ने एक बार फिर ट्रंप के साथ खेल किया है।


जेलेंस्की की प्रतिक्रिया

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी इस स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने पुतिन को एक या दो हफ्ते का समय दिया था, लेकिन अब वह अवधि समाप्त हो चुकी है और कोई वार्ता शुरू नहीं हुई है। जेलेंस्की के अनुसार, इससे पश्चिम और रूस के बीच तनाव और बढ़ सकता है।