यूपी विधानसभा में जल जीवन मिशन पर उठे सवाल, विधायक ने किया सरकार पर हमला

यूपी विधानसभा में जल जीवन मिशन पर चर्चा
यूपी विधानसभा में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के विधायक फहीम इरफान ने जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि इस योजना के तहत गांवों में हैंडपंप गायब हो गए हैं और पाइपलाइन बिछाने के लिए सीसी रोड को खोद दिया गया है। इरफान ने कहा कि बरेली के भोजीपुरा और सीतापुर में पानी की टंकियां गिर गई हैं, और पूछा कि इसका मुआवजा कौन देगा - सरकार या संबंधित कंपनी? उन्होंने यह भी कहा कि बिछाई गई पाइपलाइन में गंदा पानी आ रहा है और कंपनियों ने काम को बिगाड़कर छोड़ दिया है।
फहीम इरफान का सदन में बयान
उन्होंने आगे कहा कि ट्रेंचिंग के बाद जो पाइपलाइन डाली गई है, उसकी स्थिति यह है कि जहां-जहां यह योजना लागू हुई है, वहां लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इरफान ने आरोप लगाया कि जिन कंपनियों को टेंडर दिए गए, उन्होंने मनमानी की और अब स्थिति यह है कि उन्हें भुगतान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि 1 लाख 96 हजार सड़कों के मुकाबले 1 लाख 90 हजार सड़कों को ठीक किया गया है, जो कि गलत और झूठी रिपोर्ट है। क्या सरकार ने कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए कोई समिति बनाई है? यदि नहीं, तो कब तक ऐसा चलेगा?
इस पर स्वतंत्र देव सिंह ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह पत्नी की कसम खाकर कहें कि उनके गांव में पानी नहीं आ रहा है। स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि प्रदेश में कुल 5 लाख 63 हजार 992 किलोमीटर वितरण प्रणाली के मुकाबले 5 लाख 15 हजार किलोमीटर वितरण प्रणाली बिछाई गई है। उन्होंने कहा कि यदि इरफान के गांव में पानी नहीं पहुंचा तो वह आज ही इस्तीफा देंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि जिस कंपनी को ठेका दिया गया है, उसने 90 फीसदी काम पूरा करने का लिखित आश्वासन दिया है।
फहीम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक जिले की जांच करवा लें। जलशक्ति मंत्री के बयान पर विधायक इमरान ने आक्रोशित होकर कहा कि वह विधानसभा से इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि मंत्री झूठे बयान दे रहे हैं और योजना की जांच कराने की मांग की।