योगी आदित्यनाथ ने गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को समर्पित संदेश यात्रा का शुभारंभ किया

गुरु तेग बहादुर जी की शहादत का सम्मान
योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सरकारी निवास पर गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में श्री तेग बहादुर संदेश यात्रा का स्वागत किया। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस यात्रा के माध्यम से 350 वर्षों के इतिहास को जीवंत किया जा रहा है।
औरंगजेब के अत्याचारों का जिक्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय का माहौल कितना भयावह था जब औरंगजेब जैसे क्रूर शासक का शासन था। उस समय हर ओर अत्याचार की कहानियाँ सुनाई देती थीं। औरंगजेब का उद्देश्य सनातन धर्म को समाप्त करना था, और गुरु तेग बहादुर ने उसे चुनौती दी थी।
धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कार्रवाई
सीएम योगी की चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि राज्य सरकार अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि कुछ शक्तियाँ सुनियोजित तरीके से देश का स्वरूप बदलने की कोशिश कर रही हैं, जो समाज को तोड़ने और धार्मिक सद्भाव को नुकसान पहुँचाने का प्रयास है। ऐसे कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विदेशी धन का पर्दाफाश
धर्मांतरण के लिए विदेशी फंडिंग
सीएम ने कहा कि हाल ही में बलरामपुर में एक बड़ी कार्रवाई की गई है, जिसमें अवैध धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से धन प्राप्त करने वाले नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। इस कार्रवाई में 40 खातों में 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन पाया गया है, जो सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
संदेश यात्रा का शुभारंभ
लखनऊ से दिल्ली तक यात्रा
सीएम योगी ने कहा कि आज एक ऐतिहासिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई है, जिसमें लखनऊ से दिल्ली तक संदेश यात्रा शुरू की गई है। इसका उद्देश्य गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को याद करना है। यह यात्रा दिल्ली के उस ऐतिहासिक गुरुद्वारे तक जाएगी, जहां गुरु ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।
गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान
शहादत की परंपरा को जीवित रखना
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से 350 वर्षों के शहादत इतिहास को जीवंत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें सिख गुरुओं द्वारा स्थापित बलिदान की परंपरा को जीवित रखना चाहिए। हिंदुओं और सिखों के बीच फूट डालने के प्रयास हमेशा होते रहेंगे, लेकिन हमें सतर्क रहना होगा।
समाज में एकता की आवश्यकता
सिख गुरुओं की शहादत का महत्व
उन्होंने कहा कि शहीदी दिवस कार्यक्रम हमें सिख गुरुओं के बलिदान की परंपरा को बनाए रखने की प्रेरणा देता है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी जाति, धर्म या वर्ग अपनी संस्कृति और धर्म को त्यागने के दबाव में न आए।