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रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा की है। यह योजना 8 से 10 अगस्त तक लागू होगी, जिसमें महिलाएं यूपीएसआरटीसी और सिटी बसों में बिना किसी शुल्क के यात्रा कर सकेंगी। इसके साथ ही, पुलिस को यातायात प्रबंधन के लिए निर्देश दिए गए हैं और बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की गई है। जानें इस योजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
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रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा

मुख्यमंत्री योगी का तोहफा

मुख्यमंत्री योगी का उपहार: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं के लिए एक विशेष तोहफा पेश किया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि महिलाएं 8 अगस्त से 10 अगस्त तक यूपीएसआरटीसी और सिटी बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी। यह सुविधा शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में उपलब्ध होगी। लोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े, इसके लिए सरकार पर्याप्त संख्या में बसें चलाने का आश्वासन दे रही है।


सीएम योगी ने यह भी बताया कि रक्षाबंधन के दिन, 8 अगस्त की सुबह 6 बजे से लेकर 10 अगस्त की रात 12 बजे तक, यूपीएसआरटीसी और सिटी बस सेवाओं में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही, सभी जिलों में 24x7 कंट्रोल रूम स्थापित करने और राहत आयुक्त कार्यालय को नियमित रिपोर्ट भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं। स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से दवाओं का वितरण सुनिश्चित करने और राहत सामग्री की गुणवत्ता की जांच भी आवश्यक बताई गई है, ताकि जरूरतमंदों को समय पर सही सहायता मिल सके।




यातायात प्रबंधन के लिए पुलिस की तैयारी

पुलिस की भूमिका:


पुलिस को यातायात को सुचारू रूप से प्रबंधित करने और किसी भी प्रकार के जाम को रोकने के निर्देश दिए गए हैं। एक उच्च स्तरीय बैठक में, सीएम योगी ने त्योहारों की तैयारियों पर भी चर्चा की। 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के अवसर पर तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस पर सभी स्कूलों, कार्यालयों और अन्य स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और राष्ट्रगान गाया जाएगा। 16 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।


इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी सहायता केंद्र चौबीसों घंटे सक्रिय रहेंगे और बाढ़ प्रभावित लोगों तक भोजन और राहत सामग्री समय पर पहुंचाई जाएगी।