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रांची में जमीन घोटाले पर प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रांची में एक बड़े जमीन घोटाले के मामले में छापेमारी की है। इस कार्रवाई में शहर के विभिन्न स्थानों पर दस्तावेजों की जांच की जा रही है। यह मामला आदिवासी स्वामित्व वाली भूमि की खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी से संबंधित है। ईडी ने पहले भी इस मामले की जांच की थी और अब मनी लॉन्ड्रिंग के संदर्भ में भी जांच कर रही है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
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रांची में जमीन घोटाले पर प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रांची में एक जमीन घोटाले से संबंधित मामले में मंगलवार को महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस दौरान शहर के छह से अधिक स्थानों पर छापे मारे गए हैं।


ईडी की विभिन्न टीमें इन स्थानों पर जमीन से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच कर रही हैं। यह कार्रवाई आदिवासी स्वामित्व वाली भूमि की खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी से संबंधित है।


सूत्रों के अनुसार, छापेमारी कांके रिसॉर्ट, रातू रोड के सुखदेव नगर, कडरू, बरियातू और अशोक नगर जैसे क्षेत्रों में की जा रही है। जिन स्थानों पर कार्रवाई की गई है, वे जमीन के व्यापारियों और बिल्डरों से जुड़े बताए जा रहे हैं।


इस दौरान टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ भी कर रही है।


जमीन घोटाले का मामला

ईडी की यह कार्रवाई रांची के कांके प्रखंड के चामा मौजा में सामने आए जमीन घोटाले से जुड़ी है। यहां आदिवासी स्वामित्व की भूमि को कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से 'जेनरल प्लॉट' के रूप में दर्शाया गया और बाद में इसकी खरीद-फरोख्त की गई।


इस मामले में जमीन माफिया कमलेश कुमार सिंह और कांके रिसॉर्ट के मालिक बीके सिंह सहित कई आरोपियों के नाम सामने आए हैं। ईडी की छापेमारी इन और इनके सहयोगियों के ठिकानों पर की जा रही है।


यह ध्यान देने योग्य है कि ईडी ने पहले भी इस मामले की जांच को तेज किया था। 10 जुलाई 2024 को एजेंसी की टीम ने कांके क्षेत्र में विवादित भूमि का सत्यापन किया था। उस समय टीम ने न केवल सीएनटी और सरकारी भूमि से संबंधित दस्तावेजों की जांच की, बल्कि स्थानीय लोगों से भी उनके बयान लिए थे।


ईडी इस पूरे मामले की मनी लॉन्ड्रिंग के संदर्भ में भी जांच कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से करोड़ों रुपये की भूमि की खरीद-फरोख्त कर अवैध धन को वैध बनाने का प्रयास किया गया।