राजस्थान में गर्मी का कहर: 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
राजस्थान में बढ़ती गर्मी
राजस्थान में गर्मी ने फिर से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने सोमवार को प्रदेश के 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कई स्थानों पर तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे आम जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में।गंगानगर, बीकानेर, चूरू, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, झुंझुनूं, हनुमानगढ़, पाली और सीकर में सोमवार को लू का प्रकोप सबसे अधिक देखा गया। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा छा गया, और छांव में भी गर्मी से राहत नहीं मिली। चूरू और फलौदी में तापमान 47 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि बीकानेर, गंगानगर और बाड़मेर में यह 46 डिग्री से ऊपर रहा।
स्कूलों की छुट्टियों में बढ़ोतरी की संभावना: भीषण गर्मी को देखते हुए कई जिलों के शिक्षा अधिकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं। यदि अगले 48 घंटे में तापमान में कमी नहीं आती है, तो 15 जून तक सभी सरकारी स्कूल बंद रखने पर विचार किया जा सकता है।
अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में वृद्धि: राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और नकसीर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में पिछले 24 घंटों में 70 से अधिक लोग हीट स्ट्रोक के लक्षणों के साथ भर्ती हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
बिजली और पानी की मांग में वृद्धि: गर्मी के बढ़ने से बिजली और पानी की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। जयपुर डिस्कॉम ने बताया कि सोमवार को बिजली की मांग 17,500 मेगावॉट रही, जो सामान्य से 22 प्रतिशत अधिक है। जलदाय विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की किल्लत से निपटने के लिए टैंकरों की संख्या बढ़ाई है।
मौसम विभाग की चेतावनी: जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि इस सप्ताह तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री अधिक रहेगा और लू की तीव्रता बढ़ सकती है। विशेषकर पश्चिमी और उत्तरी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी है। उन्होंने लोगों से पर्याप्त पानी पीने, धूप में खुले शरीर के संपर्क से बचने, और बच्चों तथा बुजुर्गों का खास ध्यान रखने की अपील की है।