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राजस्थान में डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना का शुभारंभ

राजस्थान में डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना का कार्य प्रारंभ हो गया है, जो 143 किलोमीटर लंबा है। यह परियोजना आदिवासी क्षेत्र को रेलवे से जोड़ने का सपना पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सांसद राजकुमार रोत ने केंद्रीय रेल मंत्री से इस परियोजना की त्वरित पूर्ति की मांग की है। इस परियोजना के अंतर्गत 19 रेलवे स्टेशन और कई सुरंगों का निर्माण किया जाएगा। जानें इस परियोजना के बारे में और क्या-क्या सुविधाएं मिलने वाली हैं।
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राजस्थान में डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना का शुभारंभ

डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना का विवरण


डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना: राजस्थान में रेलवे नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए 143 किलोमीटर लंबा नया रेलवे ट्रैक बिछाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। यह कदम राज्य में परिवहन सेवाओं को सुधारने और यात्रियों को सुविधाजनक और किफायती यात्रा प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, आदिवासी क्षेत्र डूंगरपुर-बांसवाड़ा को रेलवे से जोड़ने का सपना अब तक पूरा नहीं हो पाया है। लेकिन अब उम्मीद है कि नए रेलवे मार्ग पर कार्य शीघ्र शुरू होगा।


रेलवे परियोजना की त्वरित पूर्ति की अपील

जल्दी कार्यान्वयन की मांग

बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद राजकुमार रोत ने हाल ही में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना की त्वरित पूर्ति की मांग की। रेल मंत्री ने सांसद को आश्वस्त किया कि रेलवे का कार्य जल्द शुरू होगा। इस प्रकार वांगड़ क्षेत्र में एक बार फिर उम्मीद की किरण जगी है। सांसद ने उदयपुर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस को डूंगरपुर में रुकवाने, उदयपुर-दिल्ली मेवाड़ एक्सप्रेस को डूंगरपुर तक बढ़ाने और असारवा एक्सप्रेस को बिछीवाड़ा में रुकवाने की भी मांग की।


डूंगरपुर-रतलाम रेलवे परियोजना का विश्लेषण

परियोजना का इतिहास

डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेलवे परियोजना की घोषणा 2010-11 के रेल बजट में की गई थी। भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण परियोजना की प्रगति धीमी रही है। इसे 2031 तक पूरा करने की योजना है।

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य डूंगरपुर से रतलाम के बीच 191 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक बनाना है, जिसमें से 143 किलोमीटर राजस्थान में और 48 किलोमीटर मध्य प्रदेश में होगा। उत्तर-पश्चिम रेलवे ने इस परियोजना की प्रारंभिक लागत 2100 करोड़ रुपये बताई थी, लेकिन समय के साथ लागत में 10-12% की वृद्धि हो रही है, जिससे वर्तमान लागत 4000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।


19 रेलवे स्टेशनों का निर्माण

स्टेशनों की संख्या

रतलाम से डूंगरपुर के बीच कुल 19 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें से 14 राजस्थान में और 5 मध्य प्रदेश में होंगे। राजस्थान में डूंगरपुर, मनपुर, नवागांव, टामटिया, जोधपुरा, सागवाड़ा, भीलूडा, गढ़ीपरतापुर, वजवाना, मतीरा, बांसवाड़ा, कुंडला खुरडा, अरभितखाटुम्बी और छोटी सरवन शामिल हैं। मध्य प्रदेश में सेवारा अलका खेरा, चांदीरा बेरदा, शिवगढ़, पालसोरीत और रतलाम स्टेशन होंगे। इसके अलावा, इस मार्ग पर 7.40 किलोमीटर लंबी सात सुरंगें और चार दर्जन घुमाव भी बनाए जाएंगे।