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राजस्थान में मानसून की दस्तक: बारिश का रिकॉर्ड और किसानों के लिए खुशखबरी

राजस्थान में इस साल मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है, जिससे रिकॉर्ड बारिश हुई है। जून में 117.97 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले सात वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी है। किसानों के लिए यह बारिश अच्छी फसल की उम्मीद जगाती है। जुलाई में भी अधिक बारिश की संभावना है, और मौसम विभाग ने 29 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जानें इस मौसम की और खास बातें।
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राजस्थान में मानसून की दस्तक: बारिश का रिकॉर्ड और किसानों के लिए खुशखबरी

राजस्थान में मानसून का प्रभाव

राजस्थान में मानसून का मौसम: इस वर्ष मानसून राजस्थान में अपेक्षा से पहले ही आ गया है। आमतौर पर मानसून अपनी निर्धारित तारीख पर आता है, लेकिन इस बार यह सात दिन पहले ही पहुंच गया। इसकी शुरुआत इतनी जोरदार हुई कि हर जगह पानी भर गया। प्री-मानसून की बूंदों के बाद असली मानसून ने इतनी तेजी से पूरे प्रदेश को कवर किया कि केवल 10 दिनों में ही सभी क्षेत्रों में बारिश हो गई।


बारिश का रिकॉर्ड

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून में औसतन 57 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार 117.97 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह सामान्य से 118% अधिक है, जो पिछले सात वर्षों में दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इससे पहले, 2023 में 'बिपरजोय' चक्रवात के कारण जून में 151 मिमी बारिश हुई थी।


किसानों के लिए अच्छी खबर

यह बारिश का सिलसिला केवल जून तक सीमित नहीं रहेगा। जुलाई में भी बादलों की वापसी के संकेत मिल रहे हैं। रुक-रुक कर हो रही बारिश से खेतों में पर्याप्त नमी मिल रही है, जिससे अच्छी फसल की उम्मीद बढ़ गई है।


सावन की बारिश का इंतजार

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होगा। माना जाता है कि इस महीने में सबसे अधिक बारिश होती है। मौसम विभाग का भी कहना है कि जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। इसका मतलब है कि असली मानसूनी बारिश अभी बाकी है!


29 जिलों में येलो अलर्ट

1 जुलाई को मौसम विभाग ने 29 जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, 2 जुलाई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है.