राजा गार्डन में आग का भयानक हादसा: तीन युवाओं की गई जान

राजा गार्डन में आग लगने की घटना
राजा गार्डन अग्निकांड: पश्चिम दिल्ली के राजा गार्डन क्षेत्र में सोमवार को एक गंभीर घटना घटी, जिसने सभी को हिला कर रख दिया। दोपहर लगभग 3:08 बजे महाजन इलेक्ट्रॉनिक्स की एक इमारत में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि तीसरी मंजिल पर काम कर रहे चार लोग इसकी चपेट में आ गए। इनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
तीसरी मंजिल पर फंसे कर्मचारी
कर्मचारी आग के बीच फंसे रहे
यह घटना महाजन इलेक्ट्रॉनिक्स की तीन मंजिला इमारत में हुई, जिसमें एक बेसमेंट भी है। आग तीसरी मंजिल के एक कार्यालय में लगी थी, जहां चार कर्मचारी काम कर रहे थे। आग लगने के समय, चारों लोग तीसरी मंजिल पर ही फंसे रह गए, क्योंकि उन्होंने खुद को अंदर बंद कर लिया था। इस कारण वे धुएं और आग के संपर्क में आ गए।
दमकल और पुलिस का बचाव कार्य
बचाव कार्य में जुटी दमकल और पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की पांच गाड़ियाँ तुरंत मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने और फंसे लोगों को बचाने का कार्य शुरू किया। चारों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, लेकिन तब तक तीन की जान जा चुकी थी। पुलिस की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं और स्थिति को नियंत्रित किया।
मृतकों की पहचान
मृतकों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल
पुलिस और दमकल विभाग के अनुसार, मृतकों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। 23 वर्षीय आयुषी और 21 वर्षीय अमनदीप कौर की पहचान हो चुकी है। तीसरे मृतक की पहचान रवि के रूप में हुई है। एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया है और उसका इलाज जारी है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मृतकों के परिवारों को सूचित किया गया है।
आग लगने के कारणों की जांच
आग लगने के कारणों की जांच जारी
अग्निशामक विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आग लगने का असली कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। संभावना जताई जा रही है कि शॉर्ट सर्किट इसके पीछे एक बड़ा कारण हो सकता है, लेकिन पुलिस और संबंधित एजेंसियां जांच में जुटी हुई हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, इमारत में सुरक्षा उपायों की कमी हो सकती है, जिसकी पुष्टि जांच के बाद ही होगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश
इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसी व्यावसायिक इमारतों में अक्सर सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जाती है। लोगों ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम लागू करने की मांग की है।
आग बुझाने में समय
आग बुझाने में एक घंटा लगा
फायर डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के अनुसार, दमकल की टीम ने लगभग एक घंटे की मेहनत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया। शाम 4:10 बजे तक रेस्क्यू और फायरफाइटिंग ऑपरेशन समाप्त हो गया। लेकिन तब तक जान का बड़ा नुकसान हो चुका था।
अग्नि सुरक्षा की लापरवाही
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि शहरी इमारतों में अग्नि सुरक्षा को लेकर कितनी लापरवाही बरती जाती है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि इस दुर्घटना का असली कारण क्या था, लेकिन फिलहाल यह एक दुखद घटना बन चुकी है जिसमें तीन युवाओं की जान चली गई।