राजा रघुवंशी हत्या मामला: एक खौफनाक साजिश का पर्दाफाश
हनीमून मर्डर केस की कहानी
हनीमून मर्डर केस: मेरठ से लेकर श्रीलंका तक, इस हत्या ने लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। राजा रघुवंशी की हत्या ने पूरे देश में भय का माहौल पैदा कर दिया है। इंदौर के राजा और सोनम की शादी दोनों परिवारों की सहमति से धूमधाम से हुई थी। राजा की खुशी स्पष्ट थी, लेकिन किसी को नहीं पता था कि उसकी पत्नी उसे मौत के मुहाने पर धकेल देगी।
जब राजा अपनी शादीशुदा जिंदगी को संवारने की कोशिश कर रहा था, वहीं सोनम के मन में कुछ और ही चल रहा था। अपने पिता की फैक्ट्री में काम करने वाले राज कुशवाह के प्रति दीवानी सोनम अपने परिवार के खिलाफ नहीं जाना चाहती थी। इसलिए उसने शादी के लिए हां तो भरी, लेकिन अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए एक खतरनाक साजिश रची, जिसने पूरे देश में दहशत फैला दी।
मामले का पूरा विवरण
सोनम और राज ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए शिलांग को चुना। सोनम ने राजा को हनीमून के लिए शिलांग जाने के लिए मनाया। इसके लिए उन्होंने तीन हत्यारों को किराए पर लिया। राज ने खुद शिलांग जाने के बजाय इन तीनों हत्यारों आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी को इंदौर से ही सोनम और राजा का पीछा करने के लिए भेजा। हत्यारों ने बाइक भी उसी स्थान से किराए पर ली, जहां राजा ने शिलांग में स्कूटर लिया था।
तीनों ने राजा को यह बताकर विश्वास जीता कि वे मध्य प्रदेश के निवासी हैं और साथ में घूमते रहे। एक गाइड ने इन हत्यारों को दंपती के साथ देखा था, जो पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग साबित हुआ। सोनम के सामने ही हत्यारों ने सोहरा स्थित बंद पार्किंग में राजा की हत्या कर दी और उसके शव को खाई में फेंक दिया। इसके बाद तीनों हत्यारे अलग हो गए।
सोनम की संदिग्ध गतिविधियाँ
चौंकाने वाली बात यह है कि सोनम एक हफ्ते से केवल रात में यात्रा कर रही थी। वह वाराणसी से गोरखपुर जाने वाली बस में थी और फिर नेपाल भागने की योजना बना रही थी। इसके अलावा, सोनम ने 9 लाख रुपये नकद और शादी के समय मिले जेवर भी शिलांग ले गई थी। इन पैसों की मदद से वह कई दिनों तक सुरक्षित रही। हत्या के बाद सोनम नेपाल भागने की फिराक में थी, और दो अन्य युवकों ने उसे छिपने और यात्रा करने में मदद की। इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और जेवर लेकर जाने से पुलिस को सोनम पर शक हुआ।
