Newzfatafatlogo

रामविलास पासवान: बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा

रामविलास पासवान, बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण नाम, जिन्होंने 8 बार लोकसभा चुनाव जीतकर अपनी पहचान बनाई। उनके बेटे चिराग पासवान उनके योगदान को आगे बढ़ा रहे हैं। जानें उनके राजनीतिक सफर, विश्व रिकॉर्ड और 6 प्रधानमंत्रियों के साथ उनके कार्यकाल के बारे में। इस लेख में उनकी कहानी को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है, जो राजनीति में उनके योगदान को उजागर करता है।
 | 
रामविलास पासवान: बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा

रामविलास पासवान का राजनीतिक सफर

बिहार की राजनीति में रामविलास पासवान का नाम हमेशा चर्चा में रहता है। उनके योगदान को उनके बेटे चिराग पासवान आगे बढ़ा रहे हैं। रामविलास पासवान की कहानी उनके व्यक्तिगत जीवन से लेकर राजनीतिक सफर तक बेहद रोचक है। पटना विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने 1969 में डीएसपी के पद पर कार्यभार संभाला, लेकिन यह नौकरी उन्हें पसंद नहीं आई।


पासवान ने राजनीति में कदम रखने का निर्णय लिया। उन्होंने लोकसभा में 8 बार जीत हासिल की और बिहार के सबसे प्रमुख दलित नेता के रूप में पहचान बनाई। 1969 में, वह पहली बार विधायक बने। 1977 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने हाजीपुर सीट पर 4 लाख से अधिक मतों से जीतकर एक विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। इसके अलावा, रामविलास पासवान ने 6 प्रधानमंत्रियों के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में कार्य किया, जिनमें विश्वनाथ प्रताप सिंह, एचडी देवगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी शामिल हैं। इस वीडियो के माध्यम से उनकी पूरी कहानी जानें।