राहुल गांधी की सुरक्षा पर CRPF की चिंता: क्या हैं सुरक्षा उल्लंघन के मामले?

CRPF की सुरक्षा चिंताएँ
CRPF on Rahul Gandhi Security: कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी की विदेश यात्राओं को लेकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है। बल के वीवीआईपी सुरक्षा प्रमुख सुनील जून ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी विदेश यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं।
सुरक्षा नियमों का उल्लंघन
पत्र में उल्लेख किया गया है कि राहुल गांधी ने इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया जैसे देशों की यात्रा बिना पूर्व सूचना के की। यह ज़ेड+ श्रेणी की सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन है।
ज़ेड+ सुरक्षा के बावजूद लापरवाही
ज़ेड+ सुरक्षा के बावजूद लापरवाही का आरोप
राहुल गांधी को वर्तमान में एएसएल (एडवांस सिक्योरिटी लायजनिंग) के साथ ज़ेड+ सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें NSG कमांडो समेत लगभग 55 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। सुरक्षाकर्मी स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर गहन जांच और योजना बनाते हैं। सीआरपीएफ का कहना है कि राहुल गांधी की यात्राएं इस प्रक्रिया को नजरअंदाज करती रही हैं।
सुरक्षा उल्लंघनों की संख्या
पहले भी हो चुके हैं कई उल्लंघन
सीआरपीएफ के अनुसार, 2020 से अब तक राहुल गांधी ने 113 बार सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया है, जिसमें भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली चरण भी शामिल है।
कश्मीर यात्रा के दौरान सुरक्षा चूक
कश्मीर में यात्रा के दौरान सुरक्षा चूक का आरोप
2023 में कांग्रेस ने कश्मीर में यात्रा के दौरान सुरक्षा चूक का आरोप लगाया था। राहुल गांधी को भीड़ में घिरने के कारण लगभग 30 मिनट तक रुके रहना पड़ा, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएँ बढ़ गईं।
हाल के घटनाक्रम और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
हाल के घटनाक्रम और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
हाल ही में कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर 24 दिसंबर को दिल्ली में यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन का आरोप लगाया था। इसके अलावा, बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने राहुल गांधी को अचानक गले लगाकर कंधे पर किस किया, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने बाद में हटाया।
एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद की चिंताएँ
एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद बढ़ी चिंता
2019 में केंद्र सरकार ने गांधी परिवार से SPG सुरक्षा वापस ले ली थी, जिसे अब सीआरपीएफ द्वारा ज़ेड+ कवर के माध्यम से संभाला जा रहा है। फिलहाल, कांग्रेस या राहुल गांधी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।