राहुल गांधी के आरोपों पर देवेंद्र फडणवीस का तीखा जवाब: क्या है महाराष्ट्र की सियासी हलचल?

महाराष्ट्र में सियासी बवाल
महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल उस समय बढ़ गई जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों में 'मैच फिक्सिंग' का आरोप लगाया। इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल के आरोपों को 'हास्यास्पद' और 'जनता का अपमान' करार दिया। उन्होंने कहा कि जो नेता जनता द्वारा खारिज हो चुके हैं, वे अब जनादेश को नकारने की कोशिश कर रहे हैं।
फडणवीस का राहुल पर हमला
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फडणवीस ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा, “राहुल गांधी का उद्देश्य केवल भ्रम फैलाना है, न कि किसी को समझाना।” उन्होंने कांग्रेस पर चुनाव आयुक्तों की नियुक्तियों में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ने पूर्व में चुनावी प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप किया है।
फर्जी वोटर्स पर फडणवीस का स्पष्टीकरण
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी के 'फर्जी वोटर्स' के आरोपों का आंकड़ों के साथ खंडन किया। उन्होंने बताया कि 2024 में 26 लाख से अधिक युवा मतदाता जुड़े हैं, जो पिछले रुझानों के अनुरूप है। उन्होंने राहुल को चुनाव आयोग का पत्र ध्यान से पढ़ने की सलाह दी।
वोटिंग टर्नआउट पर उठे सवाल
राहुल गांधी ने कहा था कि वोटिंग प्रतिशत में अचानक वृद्धि से एनडीए को लाभ हुआ। इस पर फडणवीस ने कहा, “यह पूरी तरह से अधूरा सच और हास्यास्पद आरोप है।” उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कई सीटों पर विपक्षी उम्मीदवारों को ही बढ़ी वोटिंग से फायदा मिला।
सबूत छुपाने का आरोप खारिज
फडणवीस ने राहुल गांधी के उस आरोप को भी खारिज किया जिसमें कहा गया था कि सरकार ने चुनावी धांधली के सबूत छुपाए। उन्होंने इसे 'निराधार और जनता के भरोसे को चोट पहुंचाने वाला' बताया।
एकनाथ शिंदे और नड्डा की प्रतिक्रिया
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राहुल के आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि महायुति को महाराष्ट्र में शानदार समर्थन मिला है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राहुल को 'झूठ का सौदागर' करार दिया और कहा कि हर हार के बाद राहुल साजिश रचते हैं।
चुनाव आयोग की सख्त टिप्पणी
राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने भी सख्त टिप्पणी की और उन्हें 'अप्रमाणित' करार दिया। आयोग ने कहा कि भारतीय चुनाव कानून के अनुसार चुनाव पूरी पारदर्शिता से होते हैं और ये विश्वसनीय माने जाते हैं। आयोग ने यह भी कहा कि 'फर्जी आरोप फैलाकर' उन कर्मचारियों का मनोबल तोड़ा जा रहा है, जो निष्पक्ष चुनाव कराने में मेहनत करते हैं।
सियासी भूचाल
राहुल गांधी के बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल ला दिया है। देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और जेपी नड्डा जैसे नेताओं ने गांधी के आरोपों को न केवल खारिज किया, बल्कि इसे 'लोकतंत्र के लिए खतरनाक' भी बताया। चुनाव आयोग ने भी राहुल गांधी को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसा रवैया लोकतंत्र को कमजोर करता है।