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राहुल गांधी ने त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या की निंदा की

राहुल गांधी ने देहरादून में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की नस्लीय हत्या की कड़ी निंदा की है। उन्होंने बीजेपी पर नफरत को सामान्य बनाने का आरोप लगाया और समाज को जागरूक रहने की अपील की। एंजेल चकमा की हत्या के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो नाबालिग हैं। राहुल गांधी ने चकमा परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि हमें एक ऐसे समाज का निर्माण नहीं करना चाहिए जो नफरत को बढ़ावा देता है।
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राहुल गांधी ने त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या की निंदा की

राहुल गांधी का बयान


नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को देहरादून में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की नस्लीय हत्या की कड़ी निंदा की। उन्होंने बीजेपी पर नफरत को सामान्य बनाने का आरोप लगाया। एंजेल चकमा पर हुए क्रूर हमले के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए राहुल गांधी ने लोगों से सोचने और सामना करने के साथ एक मृत समाज न बनने का आग्रह किया। यह टिप्पणी देहरादून में एमबीए छात्र एंजेल चकमा और उनके भाई माइकल चकमा पर बदमाशों के एक समूह द्वारा चाकू और अन्य धारदार हथियारों से किए गए हमले के बाद आई है।


9 दिसंबर को एंजेल चकमा के साथ मारपीट की गई और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि देहरादून में एंजेल चकमा और उनके भाई माइकल के साथ जो हुआ, वह एक भयानक नफरत का अपराध है। उन्होंने कहा कि नफरत रातों-रात पैदा नहीं होती, बल्कि इसे सालों से खासकर युवाओं को ज़हरीले कंटेंट और गैर-जिम्मेदाराना बातों के ज़रिए परोसा जा रहा है। इसे सत्ताधारी बीजेपी के नफरत फैलाने वाले नेतृत्व द्वारा सामान्य बनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सम्मान और एकता पर बना है, न कि डर और दुर्व्यवहार पर। हमें एक ऐसा मृत समाज नहीं बनना चाहिए जो अपने साथी भारतीयों को निशाना बनाते हुए चुपचाप देखता रहे। हमें सोचना चाहिए और सामना करना चाहिए कि हम अपने देश को क्या बनने दे रहे हैं।




राहुल गांधी ने चकमा परिवार और पूर्वोत्तर के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं चकमा परिवार और त्रिपुरा और पूर्वोत्तर के लोगों के साथ हैं। हमें आपको अपने साथी भारतीय भाई-बहन कहने पर गर्व है। इस घटना के सिलसिले में पांच लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं और उन्हें जुवेनाइल रिफॉर्म होम भेज दिया गया है। पुलिस फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। सभी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। फरार आरोपी की तलाश में एक पुलिस टीम नेपाल भी भेजी गई है। पुलिस अधीक्षक (शहर) प्रमोद कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना 9 दिसंबर की शाम को देहरादून के प्रेमनगर पुलिस स्टेशन इलाके में हुई। कुमार ने बताया कि त्रिपुरा के दो छात्र एंजेल चकमा और उनका भाई माइकल चकमा प्रेमनगर पुलिस स्टेशन इलाके में नंदा चौकी के पास रहते थे। यह घटना 9 तारीख की शाम को हुई, जब वे किसी काम से सेलाकुई गए थे। उन्होंने बताया कि दोनों का कुछ स्थानीय युवकों और नॉर्थ-ईस्ट के एक और युवक से झगड़ा हो गया। उनके बीच लड़ाई हो गई, जिसके दौरान बताया जा रहा है कि उन पर चाकू और दूसरी धारदार चीज़ों से हमला किया गया। इसके चलते वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका भाई उन्हें अस्पताल ले गया और बाद में मुकदमा दर्ज किया गया। अधिकारी ने पुष्टि की कि एंजेल चकमा की इलाज के दौरान दो दिन पहले मौत हो गई है। मामले में हत्या की धारा जोड़ दी गई है।