Newzfatafatlogo

राहुल देशपांडे और नेहा का तलाक: 17 साल की शादी का अंत

प्रसिद्ध गायक राहुल देशपांडे और उनकी पत्नी नेहा ने 17 साल की शादी के बाद अलग होने का निर्णय लिया है। इस खबर की पुष्टि उन्होंने सोशल मीडिया पर की है। दोनों ने आपसी सहमति से यह कदम उठाया है और उनकी बेटी रेणुका की परवरिश उनकी प्राथमिकता बनी रहेगी। राहुल ने अपनी शादी के अनुभवों को साझा करते हुए एक भावुक पोस्ट लिखा है। जानें इस तलाक के पीछे की कहानी और राहुल के करियर के बारे में।
 | 
राहुल देशपांडे और नेहा का तलाक: 17 साल की शादी का अंत

राहुल देशपांडे का तलाक

राहुल देशपांडे का तलाक: प्रसिद्ध गायक राहुल देशपांडे और उनकी पत्नी नेहा ने 17 साल की शादी के बाद अलग होने का निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी दोनों ने सोशल मीडिया पर साझा की है। इस घोषणा से पहले, उन्होंने अपने करीबी दोस्तों को इस बारे में सूचित किया था। अब, गायक ने सार्वजनिक रूप से इस विषय की पुष्टि कर दी है। दोनों के बीच आपसी सहमति से यह निर्णय लिया गया है और अभी तक किसी प्रकार का विवाद सामने नहीं आया है। राहुल ने एक लंबी पोस्ट में अपनी शादी के अनुभवों को साझा किया है। आइए जानते हैं कि उन्होंने अपनी पोस्ट में क्या लिखा?


पोस्ट में क्या लिखा?

राहुल ने अपनी पोस्ट में कहा, 'मेरी और नेहा की 17 साल की शादी अब समाप्त हो गई है। हमने आपसी सहमति से अलग होने का निर्णय लिया है और सितंबर 2024 में कानूनी रूप से तलाक हो जाएगा। यह निर्णय सोच-समझकर और सौहार्दपूर्ण तरीके से लिया गया है। इस बदलाव को समझने और सही तरीके से साझा करने के लिए हमने समय लिया। मेरी बेटी रेणुका मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और हम दोनों मिलकर उसकी परवरिश करेंगे।'


राहुल देशपांडे की पहचान

राहुल देशपांडे एक प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय गायक और अभिनेता हैं। उन्हें फिल्म 'मी वसंतराव' में उनके अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सहित कई पुरस्कार मिले हैं। 10 अक्टूबर 1979 को पुणे में जन्मे राहुल, महान गायक पंडित वसंतराव देशपांडे के पोते हैं। वे शास्त्रीय संगीत, ठुमरी, गजल और भजन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 'सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स' और 'संगीत सम्राट पर्व 2' जैसे टीवी शो में जज की भूमिका भी निभाई है।


राहुल का योगदान

राहुल ने अपने दादा के प्रसिद्ध नाटक 'कत्यार कलजत घुसाली' को फिर से मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा। उन्होंने फिल्म 'खान साहब आफताब हुसैन बरेलीवाले' में सचिन पिलगांवकर के लिए गाना भी गाया। इसके अलावा, 2011-12 में राहुल ने काकासाहेब खाडिलकर के नाटक 'संगीत मनाना' को नए अंदाज में प्रस्तुत किया था। यह नाटक पांच भागों और 52 गानों का था, लेकिन राहुल ने इसे संक्षिप्त करके दो भागों और 22 गानों में पेश किया।