राह्म इमानुएल ने ट्रम्प पर लगाए गंभीर आरोप, भारत-अमेरिका रिश्तों को बताया कमजोर

ट्रम्प के कार्यकाल में भारत-अमेरिका संबंधों पर प्रभाव
समाचार :- जापान में अमेरिका के पूर्व राजदूत राह्म इमानुएल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी नोबेल शांति पुरस्कार की चाहत ने अमेरिका और भारत के बीच के लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को कमजोर कर दिया। इमानुएल, जो ओबामा प्रशासन में एक वरिष्ठ सलाहकार रह चुके हैं, ने कहा कि ट्रम्प की घमंड और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा ने अमेरिका की विदेश नीति को नुकसान पहुँचाया।
इमानुएल ने बताया कि ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौते में मध्यस्थता करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक प्रशंसा की मांग की, ताकि वे खुद को शांति दूत के रूप में प्रस्तुत कर सकें और नोबेल पुरस्कार प्राप्त कर सकें। जब मोदी ने इस प्रशंसा को देने से मना किया, तो ट्रम्प ने भारत पर कड़े टैरिफ लगाने और कूटनीतिक दबाव बढ़ाने की रणनीति अपनाई, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई।
उन्होंने आगे कहा कि ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिका ने भारत को चीन के खिलाफ एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में इस्तेमाल करने का एक महत्वपूर्ण अवसर खो दिया। निर्माण, तकनीक और रक्षा जैसे क्षेत्रों में जो प्रगति हो सकती थी, उसे ट्रम्प की व्यक्तिगत राजनीति ने बाधित किया।
इमानुएल ने ट्रम्प परिवार के पाकिस्तान से कथित व्यावसायिक संबंधों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और एरिक ट्रम्प, साथ ही दामाद जेरेड कुश्नर का क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी पाकिस्तानी कंपनियों में आर्थिक हित था, जिसने नीति को प्रभावित किया। उन्होंने चेताया कि ट्रम्प की इन गलतियों का चीन ने पूरा फायदा उठाया और यह अमेरिका की रणनीतिक स्थिति के लिए दीर्घकालिक नुकसान साबित हुआ।